लीक से हटकर ‘डर्टी पिक्चर’ और ‘कहानी’ जैसी फिल्में करने वाली अभिनेत्री विद्या बालन को कान फिल्म महोत्सव की जूरी में चुना गया है।
महोत्सव के 66वें संस्करण में उनके साथ फिल्म ‘लाइफ ऑफ पाई’ के निर्देशक आंग ली भी होंगे। जूरी के प्रमुख हॉलीवुड के प्रतिष्ठित निर्देशक स्टीवन स्पिलबर्ग हैं।
इस साल भारत की चार फिल्में कान के गैर-प्रतिस्पर्द्धा वर्ग में प्रदर्शित की जा रही हैं।
इस जूरी के अन्य विख्यात नामों में ऑस्कर विजेता अभिनेत्री निकोल किडमैन, ऑस्कर विजेता क्रिस्टोफे वाल्ट्ज, जापानी निर्देशक नाओमी कावासे, स्कॉटलैंड के निर्देशक लैने रामसे, फ्रांसिसी अभिनेता-निर्देशक डेनियल ऑतेयिल और रोमानियाई निर्देशक क्रिस्टीन मनग्यू शामिल हैं।
15 से 26 मई तक चलने वाले इस महोत्सव में जूरी प्रतियोगिता श्रेणी की 19 फिल्मों में से सर्वश्रेष्ठ फिल्म का चुनाव करेगी, जिसे पाम डी ओर पुरस्कार दिया जाएगा।
विद्या बालन से पहले निर्देशक शेखर कपूर और अभिनेत्री शर्मीला टैगोर कान की जूरी में रह चुके हैं।
शॉर्ट फिल्मों की श्रेणी में नंदिता दास को भी जूरी में रहने का सम्मान मिल चका है। कान में इस बार भारतीय सिनेमा के 100 वर्ष पूरे होने पर विशेष आयोजन है। महोत्सव की शुरुआत ‘द ग्रेट गेट्सबाय’ से होगी।
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन भी नजर आएंगे। उनकी बहू ऐश्वर्य राय बच्चन को भी कान में होंगी। भारत की चार फिल्में कान में दिखाई जाएंगी, उनमें ‘बॉम्बे टॉकीज’, ‘उंगली’, ‘डब्बा’ और ‘मानसून शूटआउट’ शामिल है।