भोपाल। नगर निगम परिषद की दूसरी मीटिंग गुरुवार सुबह 11.30 बजे से शुरू हुई। जैसी की अपेक्षा थी, यह मीटिंग शुरू से ही हंगामेदार रही। सत्ता पक्ष और विपक्ष में शुरुआत से ही छुटपुट नोंकझोंक चलती रही। वहीं, नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी समेत विपक्षी सदस्यों ने सड़क-पानी के मुद्दे का प्रस्ताव मीटिंग में न रखने पर जमकर हंगामा किया।
नगर निगम परिषद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने मीटिंग शुरू होने से पहले आसंदी को प्रणाम किया। इसके बाद राष्ट्रगीत गाया गया। कांग्रेस पार्षद मो. सगीर व्हील चेयर पर मीटिंग में पहुंचे। उन्हें साथियों ने कुर्सी पर बैठाया। इसके बाद अध्यक्ष ने जोन अध्यक्षों का परिचय कराया। इसी बीच में पार्षद सगीर ने अध्यक्ष को रोककर कहा कि जोन गठन का मामला विवादों में है। इस पर अध्यक्ष ने पहले परिचय होने की बात कही और जोन अध्यक्षों का परिचय शुरू किया। परिचय के बाद कांग्रेसी पार्षदों ने कोरोना से मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि नहीं देने का मुद्दा उठाया। इस पर भी बहस हुई।
कांग्रेस पार्षदों ने मीटिंग में शिकायत की कि अफसर मोबाइल ही नहीं उठाते। इस पर कांग्रेस के साथ बीजेपी के पार्षदों ने भी तालियां बजाकर सहमति जताई। अध्यक्ष सूर्यवंशी ने कमिश्नर कोलसानी से कहा कि यह इश्यू सभी के साथ है। इसे दूर करें। कांग्रेस ने पिछली मीटिंग पर हुए खर्च के बारे में भी पूछा। पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान समेत अन्य कांग्रेसी पार्षद भी इस मुद्दे पर नाराज हो गए। वार्ड-41 के पार्षद मो. सगीर ने पानी का एक मुद्दा उठाया। इस पर एमआईसी मेंबर रविंद्र यती ने जवाब देना शुरू किया। इस बीच किसी बात को लेकर दोनों में बहस हुई। इस पर पार्षद सगीर बोले कि मैं पांच बार का पार्षद हूं, बुड्ढा हो गया हूं। मुझे मत बताईये। इस बीच पार्षद सगीर ने ‘बेचारा’ शब्द कह दिया। जिस पर मेंबर यती ने आपत्ति ली कि बीजेपी के पार्षद बेचारे नहीं है।
पार्षद अजीज उद्दीन ने सिनेमाघरों से लिए जा रहे टैक्स और शहर में जियो मोबाइल टॉवरों की संख्या का मुद्दा उठाया। एमआईसी मेंबर आनंद अग्रवाल ने सवाल का जवाब दिया। वहीं, एमआईसी मेंबर यती ने उल्टे अजीज उद्दीन से सवाल पूछ लिया कि आपका सवाल सिर्फ जियो के टॉवरों को लेकर क्यों हैं? भोपाल में अन्य कंपनियों के टॉवर भी लगे हैं।