लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के राज में महिलाओं के खिलाफ दरिंदगी के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। इटावा में एक लड़की के प्रेमी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उससे गैंगरेप किया और फिर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की। लड़की सैफई के अस्पताल में भर्ती है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
हालांकि पुलिस इसे गैंगरेप का मामला मानने से इनकार करते हुए इसे आत्मदाह की कोशिश का मामला बता रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले, प्रतापगढ़ में बलात्कार की शिकार एक लड़की की जुबान काटने की कोशिश की गई, ताकि वह बलात्कारी के खिलाफ अदालत में बयान न दे सके।
इटावा जिले के इकदिल थाना क्षेत्र में कथित गैंगरेप पीड़िता के परिजनों ने सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, लेकिन फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि लड़की का पिछले कई साल से एक युवक के साथ प्रेम संबंध था। अब लड़की का आरोप है कि उसका प्रेमी शादी की बात को टालता जा रहा था, लेकिन 10 जुलाई को उसने लड़की को अपने घर बुलाया, जहां अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसने गैंगरेप किया। जब पीड़िता ने इसकी शिकायत करने की बात कही, तो आरोपियों ने उस पर मिट्टी का तेल डालकर उसे जिंदा जला डालने की कोशिश की।
वहीं पुलिस इस मामले गैंगरेप से साफ इनकार कर रही है। उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) अरुण कुमार का कहना है कि यह मामला पूरी तरह अलग है… दरअसल यह प्रेम विवाह और दहेज से जुड़ा मामला है। अरुण कुमार के मुताबिक लड़की वाले इस विवाह के लिए न तो दहेज देने के लिए तैयार थे और न बारातियों को भोजन कराने के लिए। इसके बाद जब लड़के वालों ने शादी से इनकार कर दिया, तो यह लड़की खुद लड़के वालों के घर गई और आत्मदाह की कोशिश की। इसके बाद गुस्साए लड़की वालों ने पहले लड़के के घर पर हमला कर वहां आग लगा दी और फिर गैंगरेप का केस दर्ज करा दिया।