उज्जैन-किसी भी पार्क में घूमने के लिए आईडी कार्ड यानी पहचान पत्र की जरूरत नहीं पड़ती है. लेकिन उज्जैन के मक्सी रोड के एक पार्क में गुरूवार से बिना आधार कार्ड के एंट्री बंद कर दी गई है. यह आदेश उज्जैन नगर निगम ने दिए हैं. वजह दो दिन पहले पार्क में विशेष वर्ग के दो किशोर के साथ दो हिंदू छात्राओं के पकड़ाने पर मचा बवाल है.
मक्सी रोड स्थित चकोर पार्क में रोजाना बड़ी संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं. सिर्फ टिकट खरीदकर अंदर जाने का नियम होने के कारण यह कपल की पसंदीदा जगह है. यही वजह है कि मंगलवार को विशेष समुदाय के दो किशोर हिंदू नाबालिग छात्राओ को लेकर पार्क में चले गए. पता चलते ही हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता पार्क में पहुंचे और दोनों लड़कों को पकड़ लिया, जिसके बाद पार्क में जमकर हंगामा हुआ.
पहले भी इसी कारण पार्क में मारपीट की घटना हुई थी. इसी को देखते हुए नगर निगम ने प्रवेश शुल्क के साथ आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है. मौखिक आदेश आते ही गुरूवार से इस पर अमल शुरू हुआ तो पार्क में आने वालों की संख्या आधी हो गई.
आगंतुको के आधार नंबर रजिस्टर में एंट्री कर प्रवेश दिया जा रहा है. मोबाइल में आधार कार्ड भी मान्य है. आदेश से पहले रोजाना 60 से 70 कपल पार्क में आते थे लेकिन अब 25-30 लोग ही आ रहे हैं. यहां 32 सीसीटीवी कैमरों की मदद से पार्क में आने वाले कपल पर नजर भी रखी जा रही है.
महापौर मुकेश टटवाल ने कहा कि पार्क में आए दिन होने वाली घटनाओं से सबक लेते हुए आधार कार्ड से एंट्री को अनिवार्य किया गया है. वहीं लोक निर्माण एवं उद्यान विभाग प्रभारी शिवेन्द्र तिवारी ने कहा कि चकोर पार्क में कुछ दिनों पहले एक कर्मचारी पर हमला भी किया गया था. पिछले दिनों नाबालिग के साथ छेड़छाड़ का मामला भी सामने आया था. असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए प्रवेश हेतु आधार कार्ड अनिवार्य किया जाना जरूरी है जिससे बदमाशी करने वालों की शिनाख्त हो सके.