अमेठी। अयोध्या में रामलला के दर्शन को लेकर समर्थकों के साथ आमरण अनशन पर बैठे मौनी स्वामी को अंतत: शुक्रवार को प्रशासन मनाने में कामयाब रहा। एडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि 15 सितंबर को मौनी स्वामी व उनके समर्थकों को ससम्मान रामलला के दर्शन कराए जाएंगे। इसके बाद स्वामी ने अनशन तोड़ दिया।
प्रशासन ने आश्रम के करीबी और कानपुर में कार्यरत व्यापार कर विभाग के अपर आयुक्त भूपेंद्र शुक्ला को मध्यस्थता के लिए लगाया था। एडीएम माताफेर के 15 सितंबर को ससम्मान दर्शन कराने के आश्वासन पर मौनी स्वामी व उनके समर्थकों ने गंगाजल पीकर अनशन तोड़ दिया।
विहिप, भाजपा कार्यकर्ताओं को छोड़ने पर नपे एसडीएम-
चौरासी कोसी परिक्रमा के प्रयास में निरुद्ध विश्व हिंदू परिषद और भाजपा कार्यकर्ताओं की रिहाई का आदेश देने वाले फैजाबाद के एसडीएम सदर राम सहाय यादव को शासन ने पद से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया है। परिक्रमा के सिलसिले में 25 अगस्त को फैजाबाद पुलिस ने भाजपा व विहिप के 15 कार्यकर्ताओं को शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार किया था और उन्हें एसडीएम राम सहाय की अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आवेदन किया। एसडीएम ने पुलिस के प्रार्थना पत्र को खारिज करते गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की रिहाई का आदेश दिया था।
परिक्रमा करते पांच महंत गिरफ्तार- अयोध्या- विश्व हिंदू परिषद ने दावा किया है कि अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा सुरक्षा प्रतिबंधों से जूझते हुए चल रही है। परिक्रमा में शामिल राजस्थान व अयोध्या के पांच महंतों और उनके शिष्यों को तारुन में सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया। पकड़े गए संतों में महंत श्यामसुंदर दास, महंत हरिहर दास, महंत रामदास, महंत ज्योतिशंकर दास, महंत सीतारमण दास शामिल हैं। महंत श्याम सुंदर दास ने कहा कि सपा सरकार जब-जब प्रदेश की सत्ता में आई हिंदुत्व पर प्रहार किए गए। संतों व उनके धार्मिक आयोजनों पर अकारण प्रतिबंध लगा मुस्लिम सल्तनत की याद ताजा की जाती रही।
इस बीच विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है। जनभावनाओं का निरादर करना अपराध है। विहिप मीडिया सेंटर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में विहिप के केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गत 25 अगस्त को अयोध्या के सरयू तट से आरंभ चौरासी कोसी परिक्रमा किसी भी कीमत पर अपने संकल्प से नहीं हट सकती। सभी बाधाओं को पार कर परिक्रमा पूरी होकर रहेगी।