मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास की पहली शर्त है बेहतर कानून व्यवस्था। मध्यप्रदेश में पुलिस ने इसमें पूरी प्रामाणिकता से कार्य किया है। श्री चौहान आज यहाँ नव आरक्षकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित थे।
श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस की गौरवशाली परम्परा है। नवआरक्षक इस परम्परा को और समृद्ध करें। प्रदेश में पुलिस ने डकैतों का उन्मूलन करने, सिमी का नेटवर्क ध्वस्त करने और नक्सलवाद के विरूद्ध कार्रवाई जैसी उपलब्धियां हासिल की हैं। महिला अपराधों के विरूद्ध त्वरित कार्रवाई की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश विकास दर के क्षेत्र में देश में अव्वल है। प्रदेश तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने नवआरक्षकों से कहा कि वे जनता की सुरक्षा के लिये पूरी कर्तव्यनिष्ठा से काम करें। आम जनता के लिये उनका व्यवहार कोमल तथा अपराधियों के लिये कठोर रहे। ऐसे आरक्षक बनें जो निष्पक्ष हो, उत्साह से भरे हो तथा धैर्यवान और विनम्र हों। राज्य सरकार उनकी हर समस्याओं का निराकरण करेगी। महिला अपराधों के मामलों में पूरी संवेदनशीलता से कार्रवाई करे। नवआरक्षकों का कार्य लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का मिशन है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन में उपस्थित सभी 2 हजार 704 नव आरक्षकों से हाथ मिलाकर उन्हें शुभकामनायें दी। नवआरक्षकों में मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष भेंट की खुशी दिख रही थी।
गृह मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में आरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी बनायी गयी है, प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। पुलिस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को मंजूरी दी गयी है। उन्होंने नवआरक्षकों से कहा कि जनता में विश्वास पैदा करें कि वे उनकी सेवा के लिये हैं।
पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे ने कहा कि इस तरह का सम्मेलन पहली बार आयोजित किया गया है। राज्य सरकार पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिये कई कार्यक्रम चला रही है। अपर पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्री राजेन्द्र कुमार ने बताया कि यहाँ इस कार्यक्रम में छह पुलिस ट्रेनिंग स्कूलों के 2 हजार 704 नवआरक्षक शामिल हुये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दो इंडक्शन कोर्स का तथा महिला अपराधों में दोषसिद्धि वर्ष 2012” संकलन का विमोचन किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम और अपर मुख्य सचिव श्री आई.एस. दाणी भी उपस्थित थे।