शिमला। गुप्तचर विभाग ने प्रदेश में बौद्ध मठों की सुरक्षा और कड़ी कर दी है। प्रदेश में आने वाले विदेशी पर्यटकों पर भी गुप्तचर विभाग व पुलिस की कड़ी नजर है। आइबी व एनआइए द्वारा प्रदेश की खुफिया एजेंसियों को बौद्ध मठों को निशाना बनाए जाने की आशंका को देखते हुए आगाह किया था। इसके बाद प्रदेश गुप्तचर विभाग ने बौद्ध मठों की सुरक्षा के लिए विभाग ने सादी वर्दी में कर्मचारियों को तैनात किया है।
पुलिस मुख्यालय की ओर से संबंधित जिलों के एसपी को भी निर्देश दिए हैं कि बौद्ध मठों की सुरक्षा के लिए पुख्ता कदम उठाएं। सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी बौद्ध मठ प्रबंधन को पुलिस मुख्यालय की ओर से निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में करीब 30 हजार बौद्ध तिब्बतियन भिक्षु रह रहे हैं। इनमें से अधिकतर शिमला, मंडी, धर्मशाला, किन्नौर व लाहुल-स्पीति में रह रहे हैं। देश में कुल 250 बौद्ध मठों में से 170 हिमाचल में स्थित है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों का बौद्ध मठों की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
प्रदेश गुप्तचर विभाग ने बौद्ध मठों के समीप बौद्ध तिब्बतियन भिक्षु की आबादी के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है। इन स्थानों पर आने-वाले सैलानियों विशेषकर विदेशी पर्यटकों पैनी नजर रखी जा रही है। 17वें गुरु करमापा उग्गेन त्रिनले दोरजे के अलावा धार्मिक गुरु दलाईलामा की सुरक्षा को भी और सुदृढ़ किया गया है। हालांकि धर्मशाला के मैक्लोडगंज में पहले से ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, मगर अन्य मठों में ऐसी व्यवस्था नहीं हैं। पुलिस मुख्यालय से बौद्ध मठ प्रबंधन को सीसीटीवी कैमरे लगने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार के गया बौद्ध मठ परिसर में सीरियल बम धमाकों के बाद हुवली में एनआइए ने आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के एक पदाधिकारी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने खुलासा किया था कि देशभर में बौद्ध मठों को निशाना बनाने की योजना है। इसके बाद आइबी व एनआइए ने प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया है।
‘आइबी व एनआइए से प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों को बौद्ध मठों को आइएम द्वारा निशाना बनाए जाने की सूचना मिली है। इसके बाद प्रदेश में बौद्ध मठों की सुरक्षा के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस के साथ गुप्तचर विभाग के कर्मचारियों को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है। बौद्ध मठों में सुरक्षा की चौकसी बढ़ा दी गई है।’
बी कमल कुमार, डीजीपी प्रदेश।
महाबोधि मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने और निर्माण की मांग-
गाजियाबाद- भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली एवं महाबोधि मंदिर पर हुए आतंकी हमले की डा अम्बेडकर जन कल्याण समिति ने घोर निन्दा की है। समिति ने केंद्र सरकार को पत्र लिख कर मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ जो क्षति हुई है उसे तुरन्त ठीक कराने की मांग की है।
शुक्रवार को समिति के अध्यक्ष राम देव राम ने केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्री और संस्कृति मंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि मंदिर को मानने वाले भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। अर्न्तराष्ट्रीय महत्व के लिए बौद्ध मंदिर का जल्द से जल्द मरम्मत कराया जाए एवं भविष्य में दुबारा इस तरह की घटना ना हो उसके लिए मंदिर की सुरक्षा के बेहतर इंतजाम हो। बिहार ही नहीं बल्कि बौद्ध के सभी तीर्थस्थलों की समुचित सुरक्षा भारत सरकार अपनी निगरानी में केंद्रीय सुरक्षा एजेन्सियों से करवाए और भारत के सभी तीर्थस्थलों को केंद्र सरकार अपने संरक्षित स्मारकों में शामिल करे।