नई दिल्ली। भारतीय सर्राफा बाजार में आज सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन भी कमजोरी का रुख बना रहा। शादी ब्याह के सीजन की खरीदारी से सहारा पाने की उम्मीद कर रहे सर्राफा बाजार में सोने के भाव में लगातार नरमी का रुख बना हुआ है। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में शादी के सीजन की खरीदारी तेज होने पर सोने और चांदी की कीमत में भी तेजी का रुख बन सकता है।
बाजार में बने नरमी का रुख होने के कारण सोने की अलग अलग श्रेणियों में आज 18 रुपये प्रति 10 ग्राम से लेकर 11 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की सांकेतिक कमजोरी दर्ज की गई। सोने के विपरीत चांदी आज अप्रत्याशित रूप से मजबूत हुआ। चांदी की कीमत आज 850 रुपये प्रति किलोग्राम तक चढ़ गई।इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक घरेलू सर्राफा बाजार में आज कारोबारी यानी 24 कैरेट (999) सोने की औसत कीमत 18 रुपये की कमजोरी के साथ गिर कर 50,462 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) हो गई। इसी तरह 23 कैरेट (995) सोने की कीमत भी 18 रुपये की गिरावट के साथ 50,260 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) हो गई। जबकि जेवराती यानी 22 कैरेट (916) सोने की कीमत में आज 17 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमजोरी दर्ज की गई। इसके साथ ही 22 कैरेट सोना 46,223 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा 18 कैरेट (750) सोने की कीमत आज प्रति 10 ग्राम 13 रुपये गिर कर 37,847 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गई। 14 कैरेट (585) सोना आज 11 रुपये कमजोर होकर 29,520 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गया।
सर्राफा बाजार में बने नरमी के माहौल के बावजूद आज चांदी की कीमत में अप्रत्याशित तेजी का रुख नजर आया। आज के कारोबार में चांदी (999) में 850 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़त दर्ज की गई। इस बढ़त के कारण ये चमकीली धातु आज उछल कर 58,200 रुपये प्रति किलोग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गई।मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के मुताबिक सर्राफा बाजार में अभी आने वाले दिनों में भी उतार चढ़ाव बने रहने की उम्मीद है। वैश्विक दबाव की वजह से सोना और चांदी में मंदी का रुख नजर आ रहा है, तो त्योहारी और शादी-ब्याह जैसे स्थानीय वजहों के कारण सोना चांदी की मांग में इजाफा होने के भी संकेत बने हुए हैं। शादी ब्याह के सीजन के कारोबार के लिए सर्राफा बाजार में तैयारी भी शुरू हो गई है। इसलिए आने वाले दिनों में बाजार में व्यक्तिगत खरीदारी का जोर जरूर बन सकता है लेकिन जब तक बड़े निवेशक खरीदारी शुरू नहीं करेंगे, तब तक बाजार में अधिक तेजी आने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इसलिए फिलहाल छोटे निवेशकों को इनवेस्टमेंट के लिहाज से सर्राफा बाजार में निवेश करने की अपनी योजना को कुछ समय के लिए टाल देना चाहिए।