अधिकारियों के विशेष दल दो विमानों से भेजे जायेंगे, तीर्थ यात्रियों को हर संभव मदद उपलब्ध करायें – मुख्यमंत्री श्री चौहान
उत्तराखंड प्राकृतिक आपदा में मध्यप्रदेश के मृतक तीर्थ यात्रियों के परिवारों को दो लाख रुपये की सहायता दी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने आज यहां उत्तराखंड की प्राकृतिक आपदा के संबंध में की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों को हर संभव मदद उपलब्ध करायें। हरिद्वार में राहत व्यवस्थाओं में मदद के लिये प्रदेश से अधिकारियों का दल दो विशेष विमानों से आज भेजा जा रहा है। इसमें महिला अधिकारी और चिकित्सक भी शामिल रहेंगे। वापसी पर ये विमान यात्रियों को वापस लाने का कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली और ग्वालियर से भी अधिकारियों के दल को हरिद्वार भेजने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उत्तराखंड में फँसे यात्रियों को सुरक्षित लाने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि हरिद्वार के शांति कुंज में स्थापित किए गए केम्प में तीन बसें तैयार खड़ी रखी जाये तथा तीर्थ यात्री इकट्ठे होते ही उन्हें बसों से भेजा जाये। साथ ही प्रदेश के तीर्थ यात्रियों को रेल्वे रिजर्वेशन कराकर उन्हें ट्रेन में बैठायें। जरूरत पड़ने पर तीर्थ यात्रियों को विशेष विमान से इन्दौर, भोपाल, ग्वालियर भेजने की व्यवस्था करें। तीर्थ यात्रियों को निकालने के लिये और हेलीकाप्टरों की व्यवस्था के प्रयास करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक के दौरान हरिद्वार में व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सम्भाल रहे संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा से बात कर जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि अभी प्रदेश के दो छोटे हेलीकाप्टर पहाड़ों में फँसे तीर्थ यात्रियों को हरिद्वार, देहरादून लाने के कार्य में सहयोग कर रहे हैं। प्रदेश के अनुमानतः साढ़े तीन हजार तीर्थ यात्री विभिन्न स्थानों पर फँसे हैं। प्रदेश के लगभग एक हजार तीर्थ यात्री सुरक्षित लौट चुके हैं। हरिद्वार के शांति कुंज में स्थापित केम्प में 150 तीर्थ यात्री आये जिनमें से 50 को आर्थिक सहायता तथा 15 को चिकित्सा सहायता उपलब्ध करायी गई है। शांति कुंज में स्थापित केम्प में नया दूरभाष क्रमांक 09258369731 स्थापित किया गया है। बैठक में मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम, ए.डी.जी. श्री एस.के. शुक्ला और डॉ. विजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव और सचिव श्री एस.के. मिश्रा, सचिव राजस्व श्री अजीत केसरी भी उपस्थित थे।