भोपाल, 24 जून– कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला है और कहा है कि चौहान इस बात को स्वीकारने का साहस दिखाएं कि चीनी सैनिकों ने भारत में घुसपैठ की और हमारे 20 सैनिकों को शहादत देनी पड़ी। कमल नाथ ने एक बयान जारी कर बुधवार को कहा, “केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर सरकार गिराने वाले व उनकी कृपा पर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान चीनी सैनिकों की घुसपैठ व हमारे 20 वीर सपूतों की शहादत पर तो कम से कम सच बोलने का साहस दिखाएं। अपने केंद्रीय नेतृत्व की असफलता को स्वीकार करने की हिम्मत तो दिखाएं।”
उन्होंने आगे कहा, “पूरा देश जानता है कि कांग्रेस पिछले कुछ माह से लगातार हमारी सीमा पर चीनी घुसपैठ को लेकर केंद्र सरकार को आगाह कर रही थी, लेकिन केंद्र सरकार लापरवाह बनी रही और निरंतर गुमराह करने व भ्रमित करने वाले बयान आते रहे। 15-16 जून को सरहद पर लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से संघर्ष में हमारे 20 वीर सैनिकों की शहादत हुई, घुसपैठ की पुष्टि हुई, उसके बाद भी प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में कह रहे हैं कि हमारी सरजमीं में कोई चीनी घुसपैठ नहीं हुई। जबकि रक्षा मंत्री से लेकर विदेश मंत्री का बयान कुछ और है।”
राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयानों का जिक्र करते हुए कमल नाथ ने कहा यदि राहुल गांधी जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए देश के प्रधानमंत्री से इस मामले में देश को सच्चाई बताने का आग्रह कर रहे हैं तो यह उनका कर्तव्य है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा, “देश के वीर सैनिकों की शहादत पर चुप बैठना क्या देशभक्ति है? राष्ट्रहित के मुद्दों पर बात करना क्या देशद्रोह है? क्या हमारे वीर सैनिकों का बलिदान यूं ही व्यर्थ जाने दें? देश की सुरक्षा पर गंभीर खतरा हो तो क्या कांग्रेस चुप बैठे? आज कांग्रेस सहित देश का हर नागरिक भारतीय सेना के साथ खड़ा है, लेकिन केन्द्र सरकार को देश को सच्चाई तो बतानी होगी।”
चौहान द्वारा राहुल गांधी को लेकर दिए गए बयान के जवाब में कमल नाथ ने कहा, “शिवराज कह रहे हैं कि राहुल गांधी को चीन से जवाब मांगना चाहिए, मोदी से क्यों मांग रहे हैं। मगर शिवराज को यह पता होना चाहिए कि देश की जवाबदारी किसकी है? शर्म तो शिवराज को नरेंद्र मोदी के उस बयान पर आनी चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा कि हमारी सरजमीं पर कोई घुसपैठ नहीं हुई है।”