मुंबई।। डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को तकरीबन 10महीने के लो लेवल पर 56 के करीब पहुंच गया। रुपए में मंगलवार को 39 पैसे की गिरावट हुई और यह डॉलर के मुकाबले 55.96 पर बंद हुआ। रक्षा संबंधी खरीद और महीने के आखिर में इंपोर्टर्स की तरफ से डॉलर की मांग में बढ़ोतरी रुपए में गिरावट की प्रमुख वजहें हैं। फॉरेक्स डीलर्स का कहना है कि दुनिया की ताकतवर करेंसी की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से भी रुपए पर दबाव बढ़ा। लिहाजा, घरेलू शेयर बाजार में 12.5 करोड़ डॉलर के इन्फ्लो के बावजूद इंडियन करेंसी रिकवरी के लिए संघर्ष करती नजर आई।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज (फॉरेक्स) मार्केट में डॉलर के मुकाबले रुपया गिरावट के साथ 55.68 पर खुला। यह सोमवार को 55.57 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बाद में यह 55.64 रुपए तक रिकवर हुआ, लेकिन यह तेजी बहुत देर तक कायम नहीं रह सकी और इंपोर्टर्स (मुख्य तौर पर तेल रिफाइनिंग कंपनियों) की ओर से डॉलर की ज्यादा मांग के चलते यह 55.99 तक चला गया। कारोबार के आखिरकार में यह 39 पैसे यानी 0.70 फीसदी की गिरावट के साथ 55.96 पर बंद हुआ।
डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार 6 दिनों तक की गिरावट के बाद सोमवार को इसमें मजबूती आई थी। रुपया बीते गुरुवार को 56.01 के लेवल तक चला गया था। यह इसका सितंबर 2012 के बाद लोअर लेवल था। फर्स्ट रैंड बैंक के ट्रेजरार के हरिहरन ने बताया, ‘रुपए में मंगलवार की गिरावट किसी फंडामेंटल वजह से नहीं है। महीने का आखिरी हफ्ता होने का कारण शॉर्ट टर्म डॉलर की डिमांड और डिफेंस संबंधी खरीद ने रुपए को लुढ़का दिया। साथ ही, जीडीपी आंकड़ों संबंधी चिंताओं का भी असर करेंसी पर दिख रहा है। जीडीपी के आंकड़े इसी हफ्ते आने हैं।’
इस बीच, बीएसई सेंसेक्स 130 अंक की तेजी के साथ एक सप्ताह के हाई लेवल 20,160.82 पर बंद हुआ। शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, फाइनैंशल इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स ने मंगलवार को 711.12 करोड़ रुपए लगाए। इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक ने डॉलर-रुपया रेफरेंस रेट 55.7423 और यूरो के लिए 72.0265 तय किया है। पौंड और यूरो के मुकाबले रुपए में गिरावट आई, जबकि जापानी येन के मुकाबले इसमें सुधार देखने को मिला। इंडिया फॉरेक्स अडवाइजर्स के फाउंडर और सीईओ अभिषेक गोयनका ने बताया, ‘अमेरिकी इकनॉमिक डाटा भी डॉलर इंडेक्स को नई दिशा दे सकता है, जिसका असर रुपए पर भी देखने को मिलेगा।’