बेलगावी-कांग्रेस महासचिव व सांसद ने मंगलवार को कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित ‘जय बापू-जय भीम-जय संविधान’ रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संविधान हमारे लिए सबसे ऊपर है। इसने देशवासियों को सम्मान और समानता का अधिकार दिया है। हम संविधान की रक्षा के लिए मर मिटने को तैयार हैं। हमारी विचारधारा RSS-BJP की तरह कायरों की विचारधारा नहीं है।
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि देश में लोगों के जीवन में संविधान से बड़ी कोई चीज नहीं है।संविधान आपको अन्याय से बचाता है। संविधान न्याय, शिक्षा, भोजन और आवाज उठाने का अधिकार देता है। संविधान ही सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का अधिकार देता है। हमारे पुलिसकर्मियों और सेना की रक्षा संविधान करता है, लेकिन आज ये लोग अपनी पुरानी पेंशन के लिए परेशान हैं, क्योंकि सरकार हर रोज संविधान पर हमला कर रही है।’
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, ‘ये समझ लीजिए कि- संविधान ही आपको सुरक्षित रखेगा, इसलिए जो भी संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें पहचानिए। तय कर लीजिए कि हम संविधान, बाबा साहेब अंबेडकर जी और अपना अपमान नहीं सहेंगे। BJP सरकार की हर नीति संविधान के खिलाफ है, जिसका असर आपके जीवन पर पड़ता है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार 200 यूनिट बिजली मुफ्त देती है। लेकिन अगर आप BJP शासित प्रदेशों में जाएंगे तो वहां किसान बिजली बिल देखकर रोते हैं।’
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, ‘आज BJP सरकार हर ओर निजीकरण कर सारी संपत्ति चंद उद्योगपतियों को सौंप रही है। निजीकरण से आरक्षण ख़त्म हो जाता है। BJP ने लेटरल एंट्री के जरिए भी आरक्षण को ख़त्म करने की कोशिश की है। यही संविधान विरोधी नीतियां कही जाती हैं। इसीलिए जब हम कहते हैं कि BJP संविधान को कमजोर कर रही है, तो उसका मतलब होता है, ये लोग आपको कमजोर कर रहे हैं और आपके जीवन में संघर्ष को बढ़ा रहे हैं।’
प्रियंका गांधी ने कहा कि अडानी को देश की सारी संपत्ति सौंप दी गई है। जब हम संसद में कहते हैं कि अडानी के खिलाफ अमेरिका में केस दर्ज है, जांच की जाए, तो हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है। अडानी ने सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी, जिससे बिजली के बिल बढ़ाए जा सकें। आज देश का किसान संकटों से घिरा हुआ है, उसे हर चीज में GST भरनी पड़ती है। वो 1-1 लाख रुपए के कर्ज के कारण आत्महत्या करने को मजबूर है। दूसरी तरफ मोदी सरकार उद्योगपतियों का 17 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर देती है। ये संविधान के खिलाफ है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश में कई पार्टियों की सरकार रही, लेकिन कोई ऐसी सरकार नहीं आई, जिसका गृह मंत्री संसद में खड़े होकर बाबा साहेब का अपमान कर सके। कोई ऐसी सरकार नहीं आई, जिसके नेताओं ने कहा कि हम संविधान बदल देंगे। कोई ऐसा नहीं कह सकता कि हमें आजादी 1947 में नहीं मिली। किसी ने नहीं सोचा था कि सत्ता में बैठे लोग संविधान को कमजोर करने की बात करेंगे और बाबा साहेब अंबेडकर जी जैसे मसीहा का संसद में अपमान होगा। बाबा साहेब का अपमान कर गृह मंत्री ने लोकतंत्र और तमाम स्वतंत्रता सेनानियों-शहीदों का अपमान किया है, जिन्होंने देश के लिए सबकुछ न्योछावर कर दिया।