भोपाल: मध्य प्रदेश की जेलों में बंद 53 कैदियों को गणतंत्र दिवस पर ख़ास तोहफा मिला है. इन कैदियों की आज रिहाई हो रही है. ये सभी प्रदेश के अलग-अलग जिले के जिलों में सजा काट रहे हैं. इनकी रिहाई की खबर के बाद परिजन काफी खुश हैं. जबकि कटनी की जिला जेल में बंद कैदियों को सजा में 15 दिन की छूट मिल रही है.
ग्वालियर के सेंट्रल जेल से आज 16 कैदियों की रिहाई हुई है. अच्छे आचरण के कारण सज़ा पूरी होने से पहले ही रिहा कर दिया गया. इन रिहा होने वाले कैदियों में एक एडवोकेट भी थे, जो शादी समारोह में हुए हर्ष फायर में एक व्यक्ति की मौत के मामले में 14 वर्ष से अधिक समय से कारावास भुगत रहे थे. जेल अधीक्षक विदित सरवैया ने बताया कि आजीवन कारावास की सज़ा भोग रहे 16 कैदी गणतंत्र दिवस के मौके पर रिहा हो रहे हैं. ये लोग लगभग 14 साल की सज़ा काट चुके हैं. अच्छे चाल चलन के कारण इन्हें 6 साल की सज़ा से छूट मिली है और आज वे अपने घर लौट रहे हैं. इससे उनके परिवार में भी काफी खुशी है. सूचना मिलने पर परिजन तो रात से ही जेल के बाहर डेरा डाले हुए थे.
रीवा के सेंट्रल जेल से 14 कैदियों की आज रिहाई होगी. ये सभी कैदी 302 के तहत सजा काट रहे थे. रीवा मे आज छोड़े गए 14 कैदियों में से 6 कैदी 40 साल से कम उम्र के थे, वही सबसे उम्र दराज कैदी हेमशाह 79 साल के थे. वहीं सबसे कम उम्र के संदीप मिश्रा केवल 36 साल के हैं.
भोपाल के सेंट्रल जेल से 28 कैदियों को रिहा किया जाएगा. ये सभी आजीवन सजा काट रहे थे. बता दें कि भोपाल की इस जेल से कुल 29 कैदियों को रिहा किया जाना था. इससे पहले उन्हें एक लाख रुपए का अर्थदंड भरना था. लेकिन एक कैदी ने अर्थदंड नहीं भरा, ऐसे में अब केवल 28 रिहा हो रहे हैं. रिहा होने वाले 12 कैदियों का अर्थदंड समाजसेवियों ने भरा है.