मुंबई। भक्तों को लुभाने के लिए संत समाज भी नए-नए सर्कस करता नजर आता है। ऐसा ही एक दृश्य मुंबई में रविवार की रात दिखा, जब कई कारणों से चर्चित महिला संत राधे गुरु मां क्रेन के सहारे एक बड़े गुब्बारे में बैठकर भक्तों के बीच प्रकट हुई। मुंबई में राधे मां का जन्मदिन उत्सव चल रहा है। रविवार को बोरीवली के कोराकेंद्र मैदान में इस महोत्सव का पहला दिन था।
राधे मां के भक्तों ने इस मौके को यादगार बनाने के लिए शाम से ही देवी जागरण का आयोजन किया था। मंच को भव्यता देने के लिए उस पर भगवान शंकर व देवी दुर्गा की बड़ी मूर्तियां सजाई गई थीं। रात ठीक साढ़े आठ बजे क्रेन के सहारे एक बड़ा गुब्बारा हवा में तैरता नजर आया। नीचे की ओर खुलने वाले गुब्बारे के आठ फलक जैसे-जैसे खुलने लगे, गुब्बारे से आतिशबाजी भी होने लगीं। थोड़ी देर बाद आठों फलक के बीच से एक चौथ के चंदानुमा एक सिंहासन पर हाथ में त्रिशूल लिए लाल वस्त्रों में सजी-धजी राधे मां अनुयायियों को नजर आने लगीं। भक्त हाथ उठाकर तालियां बजाते हुए राधे मां का स्वागत करने लगे।
राधे मां पिछले कुछ समय से कई कारणों से चर्चा में आती रही हैं। कुछ माह पहले उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी देने की घोषणा जूना अखाड़े ने की थी, लेकिन इसी अखाड़े के संतों के दूसरे समूह ने इस निर्णय का इतना विरोध किया कि उन्हें पदवी देने का निर्णय वापस ले लिया गया। हाल में प्रयाग के महाकुंभ के दौरान भी उनके कुंभ में प्रवेश को लेकर काफी विवाद हुआ। इसके चलते वह कुंभ में भी नहीं जा सकी थीं। राधे मां की भक्तमंडली काफी धनाढ्य मानी जाती है।