अगर आप इस बात को लेकर उलझन में हैं कि आपके लिए नौकरी करना बेहतर है या व्यवसाय तो एक बार अपनी कुण्डली उठाकर जरूर देख लीजिए। आपकी कुण्डली में अगर यह लिखा है कि आपका जन्म पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ है तो समझ लीजिए कि आपके लिए नौकरी से ज्यादा व्यवसाय करना लाभप्रद रहेगा। ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि 27 नक्षत्रों में इसका क्रम 11वां है।
इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह शुक्र है जबकि इस नक्षत्र के चारों चरण सिंह राशि में होते हैं। इसलिए जिनका जन्म पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में होता है उनके व्यक्तित्व में शुक्र की कामुकता और सूर्य की उग्रता दोनों ही शामिल रहती है। वैसे आमतौर पर यह शांत स्वाभाव के होते हैं। वाद-विवाद में पड़ने की बजाय समस्या का समाधान बातों से निकालने की कोशिश करते हैं। लेकिन जब इससे बात नहीं बनती है तब इनका उग्र रूप सामने आता है।
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति के जीवन में प्रेम का विशेष महत्व है, इसे ही जीवन का आधार मानते हैं। विपरीत लिंग के व्यक्ति के प्रति इनमें काफी आकर्षण रहता। अपने प्रेम प्रसंग के कारण चर्चा में रहते हैं। बारह आदित्यों में से भग को इस नक्षत्र का अधिपति माना जाता है। भग और शुक्र दोनों ही भौतिक सुख और वैभव का प्रतीक माने जाते हैं। यही कारण है कि पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति अधिक से अधिक भौतिक सुख-सुविधाएं पाने की कोशिश करते हैं।
इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति कला और साहित्य में भी रूचि रखते हैं। आराम करना इन्हें बहुत पसंद होता है। आमतौर पर यह आराम पूर्वक अपना काम करना पसंद करते हैं। इनका सामाजिक दायरा बड़ा होता है क्योंकि नए-नए लोगों से दोस्ती करने का इन्हें शौक रहता है।
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्मीं महिलाएं काफी शौकीन होती हैं। इन्हें सजना-संवराना और अपनी खूबसूरती की तारीफ सुनना बहुत पसंद होता है। आमतौर पर यह खूबसूरत होती भी हैं लेकिन इनके अंदर अहं का भाव होता है। स्वभाव में चंचलता इनके व्यक्तित्व की एक बड़ी विशेषता होती है।