पेरिस-फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने फ्रांस की कंपनियों से सितंबर तक ऊर्जा योजना तैयार करने का आह्वान किया है। जलवायु परिवर्तन और रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के कारण यूरोप में व्यापक ऊर्जा संकट के बीच यह कॉल आया है।
सोमवार को मूवमेंट ऑफ एंटरप्राइजेज ऑफ फ्रांस (एमईडीईएफ) की बैठक में बोलते हुए बोर्न ने कहा कि सामान्य लक्ष्यों की जरूरत थी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने उनके हवाले से कहा, हम सामूहिक जिम्मेदारी के युग में प्रवेश कर रहे हैं।
जलवायु परिवर्तन अब एक असुविधाजनक सत्य नहीं है, यह एक विनाशकारी वास्तविकता है। हमें क्रांतिकारी और नवीन समाधानों को लागू करना चाहिए, जिस तरह से हम उत्पादन करते हैं उसमें शक्तिशाली परिवर्तन शुरू करना चाहिए और कल की नौकरियों के लिए प्रशिक्षण में निवेश करना चाहिए।
बोर्न ने कहा, अगर रूस को यूरोप को सभी गैस निर्यात में कटौती करनी थी, तो फ्रांस को पारिस्थितिक संक्रमण को नवाचार, विकास और रोजगार के लिए एक अवसर बनाने के तरीकों को जल्दी से खोजने की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा, हम पहले से ही जानते हैं कि अन्य वर्षो की तुलना में इस सर्दी में हमारे पास कम गैस होगी।
यह संकट यूरोपीय एकजुटता के लिए एक नई चुनौती है, क्योंकि बदले में हम यूरोपीय आर्थिक मंदी के परिणामों को दृढ़ता से भुगतेंगे। हमारे पास केवल एक ही रास्ता है, कम ऊर्जा खपत।
अगस्त की शुरुआत में देश के ऊर्जा संक्रमण मंत्री एग्नेस पैनियर-रनचर ने कहा कि इस सर्दी में संभावित कमी की तैयारी में फ्रांस के गैस भंडार पहले से ही 80 प्रतिशत भरे हुए थे।
पन्नियर-रुनाचर ने कहा कि फ्रांस अपने लक्ष्यों से आगे है, और 1 नवंबर तक गैस भंडार 100 प्रतिशत भर जाएगा।