नई दिल्ली:- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया कि सरकार द्वारा भारतीय रेलवे के लिए नीतियां केवल अमीरों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा ‘विश्वासघात की गारंटी’ है.
एक्स पर एक पोस्ट में गांधी ने आरोप लगाया कि ‘हवाई चप्पल’ वालों को हवाई जहाज की यात्रा का सपना दिखाकर नरेंद्र मोदी ‘गरीबों की सवारी’ रेलवे को भी उनसे दूर करते जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘हर साल 10% बढ़ता किराया, डायनामिक फेयर के नाम पर लूट, बढ़ते कैंसलेशन चार्जेस और महंगे प्लेटफार्म टिकट के बीच लोगों को एक ऐसी ‘एलीट ट्रेन’ की तस्वीर दिखाकर बहलाया जा रहा है जिस पर गरीब पांव तक नहीं रख सकता.’
उन्होंने दावा किया कि सरकार ने पिछले तीन वर्षों में वरिष्ठ नागरिकों को दी गई छूट ‘छीन’ कर उनसे 3,700 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं.
गांधी ने कहा कि प्रचार के लिए चुनी गई ट्रेन के लिए आम आदमी की ट्रेनों को जहां-तहां खड़ा कर दिया जाता है। गरीब और मध्यमवर्गीय यात्री रेलवे की प्राथमिकता से बाहर कर दिए गए हैं।
उन्होंने दावा किया कि एसी डिब्बों की संख्या बढ़ाने के लिए जनरल डिब्बों की संख्या कम की जा रही है, जिसमें मजदूर और किसान ही नहीं बल्कि छात्र और नौकरी पेशा लोग भी यात्रा करते हैं. उन्होंने कहा, ‘सामान्य डिब्बों के मुकाबले ऐसी डिब्बों का निर्माण भी 3 गुना कर दिया गया है।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘वास्तविक रेल बजट को पेश करने की अलग परंपरा खत्म करना इन ‘कारनामों’ को छिपाने की साजिश थी.’
उन्होंने कहा कि रेलवे की नीतियां केवल अमीरों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं और यह भारत की 80 प्रतिशत आबादी के साथ ‘विश्वासघात’ है जो इस पर निर्भर है.
गांधी ने दावा किया कि मोदी पर भरोसा ‘विश्वासघात की गारंटी’ है.