गुयाना प्रधानमंत्री को ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान करेगा, जबकि बारबाडोस उन्हें ‘ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ से सम्मानित करेगा. इस बीच पीएम मोदी अपनी यात्रा पर गुयाना पहुंच गए हैं. उन्होंने ट्वीट कर गुयाना के राष्ट्रपति डॉक्टर इरफान अली और प्रधानमंत्री मार्क एंथोनी फिलीप्स को गुयाना में स्वागत के लिए धन्यवाद दिया.
गुयाना पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने नाइजीरिया की अपनी यात्रा पूरी की, जहां उन्होंने राष्ट्रपति टीनूबू के साथ सफल द्विपक्षीय वार्ता की. इस यात्रा के दौरान नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री को अपना सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ (जीसीओएन) प्रदान किया. नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू द्वारा प्रदान किया गया यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी को उनके नेतृत्व और भारत-नाइजीरिया संबंधों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया.
टीनूबू ने कहा, ‘नाइजीरिया भारत के साथ अपने उत्कृष्ट संबंधों को महत्व देता है, और हम इसे और गहरा और व्यापक बनाने के लिए काम करते हैं. आप लोकतांत्रिक मूल्यों और मानदंडों के प्रति बहुत मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करते हैं. आप ऐतिहासिक रूप से अच्छा काम करते रहे हैं; एक जटिल समाज में लगातार तीन चुनाव जीतना एक ऐसी उपलब्धि है जिसका हम बहुत सम्मान करते हैं.’
नाइजीरियाई राष्टर्पति ने कहा, ‘मैं आज आपको (भारत के प्रधानमंत्री), नाइजीरिया के राष्ट्रीय सम्मान, ग्रैंड कमांडर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ नाइजर से सम्मानित करूंगा. यह एक भागीदार के रूप में भारत के प्रति नाइजीरिया की प्रशंसा और प्रतिबद्धता को दर्शाता है.’ प्रधानमंत्री जीसीओएन प्राप्त करने वाले दूसरे विदेशी गणमान्य व्यक्ति हैं, यह सम्मान पहली बार 1969 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को दिया गया था.