मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के भाषणों का संकलन छापने के नाम पर लोगों से ठगी करने के आरोप में एक स्थानीय प्रकाशक को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिसे के मुताबिक, प्रकाशक पीएम मोदी की ‘मन की बात’ के भाषणों का ‘सार ग्रंथ’ नाम से किताब छापने का दावा कर लोगों से ठगी की कोशिश कर रहा था.
पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि आरोपी ने इस बाबत सोशल मीडिया पर पत्र पोस्ट किए और जाने-माने लोगों को पत्र की प्रति भेजी. उनके मुताबिक, 49 वर्षीय शिकायतकर्ता ने आरोपी के दावे को सच मानकर उसे 4,001 रुपए दान कर दिए. उन्होंने बताया कि आरोपी के पास इस तरह का संकलन छापे की कोई इजाजत नहीं थी.
अधिकारी के मुताबिक, वह ‘सार ग्रंथ’ नाम से किताब छापने और मार्च में राष्ट्रपति द्वारा विमोचित कराने का दावा कर लोगों से ठगी की कोशिश कर रहा था. उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर अपराध शाखा में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.