नई दिल्ली – देवी काली की तस्वीर को लेकर महुआ मोइत्रा के बयान पर जारी सियासी घमासान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद फिर से तेज हो गया है. बीजेपी और टीएमसी नेताओं के बीच एक बार फिर से जुबानी जंग शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामकृष्ण मिशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में एक भाषण के दौरान कहा कि देवी काली का आशीर्वाद हमेशा देश के साथ है, जो दुनिया के कल्याण के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है. पीएम मोदी द्वारा मां काली का जिक्र करने के बाद बीजेपी नेताओं को महुआ मोइत्रा पर एक बार फिर से निशाना साधने का मौका मिल गया.भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कल मोइत्रा और टीएमसी चीफ पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री मां काली को सिर्फ बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे देश के साथ बताते हैं तो दूसरी तरफ ममता बनर्जी हैं, जो महुआ मोइत्रा जैसे सांसदो के खिलाफ कार्रवाई करने के बदले उनका बचाव कर रही हैं.उनके इस ट्वीट पर महुआ मोइत्रा ने भी जोरदार पलटवार किया. उन्होंने बिना नाम लिए लिखा कि मैं बीजेपी के ट्रोल इंचार्ज को सलाह दूंगी कि वो आकाओं को सलाह दें कि उन्हें जिस चीज पर जानकारी नहीं है उस पर बयान नहीं देना चाहिए.
मोइत्रा ने पिछले साल के विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान ममता बनर्जी पर पीएम के ‘दीदी-ओ-दीदी’ वाले तंज का जिक्र करते हुए कहा कि दी-ओ-दी ने उन्हें बूट दिया था और अब मां-ओ-मां उनके सीने पर पैर रखेगी. इस शब्द युद्ध में टीएमसी के कई और नेता भी कूद गए. टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि वो बेलूर मठ या दक्षिणेश्वर एक दो बार गए होंगे इसलिए उन्हें इसके बारे में ज्यादा पता नहीं होगा, उन्होंने ममता बनर्जी का बचाव करते हुए कहा कि उनके घर पर काली ठाकुर हैं, वो काली की पूजा करती हैं इसलिए काली पूजा के मामले में हमें बीजेपी से सीखने की जरूरत नहीं है.