नई दिल्ली: 2-जी घोटाले में जेपीसी की ओर से तैयार की गई ड्राफ्ट रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए आज कमेटी के सदस्यों की एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में खासा हंगामा होने के आसार हैं।
2-जी मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्तमंत्री पी चिदंबरम को क्लीन चिट देने वाली इस रिपोर्ट ने सभी विपक्षी दलों को साथ ला खड़ा किया है। वहीं सारा ठीकरा ए राजा के सिर फोड़ने से डीएमके भी नाराज है।
डीएमके भी फिलहाल रिपोर्ट के विरोध में खड़ी नजर आ रही है। ऐसी संभावना है कि आज विपक्ष इस बैठक में रिपोर्ट पर वोटिंग की मांग कर सकता है। संकेत इस बात के भी मिले हैं कि समिति के अध्यक्ष पीसी चाको विपक्ष की इस मांग को मान सकते हैं। पीएम को जेपीसी के सामने पेश होने की मांग कर चुके बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा अलग−अलग दलों संपर्क में हैं।
इसके साथ ही भाजपा रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम आने से खफा है। यशवंत सिन्हा ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा है कि हम चाको के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
गौरतलब है कि जेपीसी यानी ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी में अध्यक्ष को मिलाकर 30 सदस्य होते हैं, जिसमें 20 लोकसभा और 10 राज्यसभा के सदस्य होते हैं। अगर सरकार को रिपोर्ट पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का समर्थन मिलता है तो सरकार के साथ कमेटी के 14 सदस्य होंगे जबकि सरकार के खिलाफ 16 सदस्य होंगे।
सदन में रिपोर्ट को मंजूर कराने के लिए सरकार को कुछ और सदस्यों की जरूरत होगी, जिसके लिए केंद्र सरकार को तृणमूल कांग्रेस या फिर जनता दल यूनाइटेड जैसी पार्टियों को मनाना होगा। अगर इनमें से किसी पार्टी के सदस्य गैर-मौजूद रहे तो सरकार का काम हो जाएगा, वहीं अगर समाजवादी पार्टी की बात करें तो पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव रिपोर्ट पर अपना विरोध जता चुके हैं।