कोलकाता, 12 जून (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में बुधवार को भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कोलकाता पुलिस मुख्यालय तक पार्टी के मार्च में हिस्सा लिया, लेकिन पुलिस ने उसे बीच में ही रोक दिया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें की।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच, भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष दिलीप घोष, सांसद एस.एस. अहलूवालिया और मुकुल रॉय की अगुवाई में लालबाजार तक ‘निंदा मार्च’ शुरू किया।
यह प्रदर्शन भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के कार्यकर्ताओं की कथित हत्या के विरुद्ध और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति के खराब होने की वजह से आयोजित किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने अपना जुलूस मध्य कोलकाता के सुबोध मलिक चौराहे से शुरू किया और लालबाजार के प्रवेश द्वार से 200 मीटर की दूरी पर गणेश चंद्र एवेन्यू में एक बैरिकेड को तोड़ दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं।
त्वरित प्रतिक्रिया बल के जवानों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और दोबारा जुलूस शुरू करने से रोकने के लिए मध्य एवेन्यू में लोगों पर लाठियां बरसाई।
कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस कार्रवाई के विरोध में सड़क पर प्रदर्शन किया।
भाजपा नेता जय प्रकाश मजूमदार ने कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से अपने प्रदर्शन कार्यक्रम को जारी रखेंगे। कोलकाता की सड़कें केवल ममता बनर्जी की नहीं हैं, जो कि वह अपने पुलिस बल का इस्तेमाल लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए करें।”
वहीं भाजपा के प्रदेश महासचिव राजू बनर्जी इस दौरान बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
इससे पहले दिन में, भाजपा महिला मोर्चा की तीन महिलाओं को लालबाजार के समक्ष प्रदर्शन करने के लिए पुलिस ने गिरफ्तार किया था।