(खुसुर-फुसुर)– भोपाल लोकसभा चुनाव लड़ रही साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की सुरक्षा बढ़ाने के पीछे के क्या थे ,प्रज्ञा को विपक्षियों से खतरा था या अपनों से ही जब हम इसकी पड़ताल करने पहुंचे तब सूत्रों ने बताया की दरअसल प्रज्ञा को अपने ही लोगों से खतरा था यह बात गुप्तचर विभाग तक पहुँचते ही अमला सतर्क हो गया ,दरअसल इस घटना के पीछे वे शक्तियां हैं जिन्होंने प्रज्ञा को चुनाव लड़वाने में अहम् भूमिका निभायी है,उनकी योजना थी की चुनाव के अंतिम समय में प्रज्ञा पर हमला करवा दिया जाता जिसका फायदा चुनाव में उठाया जाता लेकिन कुछ वरिष्ठ पत्रकारों के माध्यम से यह चर्चा गुप्तचर विभाग और मुख्यमंत्री कमलनाथ तक पहुँच गयी जिसके चलते प्रज्ञा की सुरक्षा बढ़ा दी गयी.
क्या प्रज्ञा सिर्फ भाजपा का मोहरा बन कर रह गयी हैं?क्या प्रज्ञा को जनप्रतिनिधि पद पर लडवा कर भाजपा इस्तेमाल कर रही है इन सवालों का जवाब भविष्य के गर्त में है।