भोपाल- भोपाल से भाजपा लोकसभा प्रत्याशी को राजनैतिक अनुभव नहीं है ,उन्हें भाजपा संगठन द्वारा अपने दिग्गजों से घेरे रखे रहने के बाद भी वे ऐसे बयान दे रही हैं जिससे चुनाव में उनकी छवि कमजोर पड़ रही है ,हेमंत करकरे जिन्हें 26 /11 में आतंकियों द्वारा शहीद किया गया था एवं भारत सरकार ने जिन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया था की शहादत को साध्वी ने अपना श्राप बता दिया ,इस बेतुके बयान के बाद धर्मयुद्ध लड़ने वाली साध्वी पर उँगलियाँ उठनी लगी हैं।
साध्वी प्रज्ञा यह भूल गयीं की शहीद का दर्जा क्या होता है ?इस बयान के बाद भाजपा संगठन परेशान है एवं साध्वी प्रज्ञा बैकफुट पर।