झांसी (उप्र), 12 जनवरी– बुंदेलखंड कन्या भ्रूणहत्या और बालिकाओं को लावारिस छोड़े जाने के मामले लगातार सामने आने से महिलाएं चिंतित हैं और उन्होंने जनजागृति अभियान छेड़ दिया है। जागरूकता पैदा करने के लिए जगह-जगह पोस्टर लगाए जा रहे हैं।
बीते दिनों बुंदेलखंड की धार्मिक नगरी ओरछा में एक दंपति नवजात कन्या शिशु को मंदिर की सीढ़ियों पर लावारिस हालत में छोड़ गया था। उसके बाद से ही इस क्षेत्र में महिलाएं कन्या भ्रूणहत्या और बालिकाओं को लावारिस छोड़े जाने के खिलाफ जनजागृति अभियान चलाने के लिए लामबंद होने लगी।
इसी क्रम में झांसी में कोहेनूर ऑलवेज ब्राइट क्लब ने शनिवार को जनजागृति अभियान चलाने के मकसद से मंदिरों के आसपास और चिकित्सकों के दवाखानों पर बालिका रक्षा के पोस्टर चस्पा किए। इन पेास्टरों पर लिखा है- ‘मत मार मुझे जीवन देदे, मुझे भी देखने दे संसार।’
कोहेनूर ऑलवेज ब्राइट की अध्यक्ष वैशाली पुंशी का कहना है कि कन्या भ्रूणहत्या और बालिकाओं को लावारिस छोड़ने की बढ़ती घटनाएं चिंताजनक है। समाज के उस वर्ग में जागृति लाना जरूरी है, जो बेटों की चाहत में बेटियों को जन्म ही नहीं लेने देते। सवाल उठता है कि बेटियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाएगा तो बहुएं कहां से लाओगे। इसे समाज को समझना होगा और महिलाओं को खुद आगे आना होगा।
क्लब की सचिव भूमिका सिंह ने कहा, “नारी के अस्तित्व को बचाने के लिए नारी को ही आगे आना होगा। अगर एक मां ठान ले तो दुनिया की कोई ताकत उसकी कोख में पल रही कन्या को नहीं मार सकती।”
नगर के विभिन्न चिकित्सकों के दवाखाने पर पहुंचीं महिलाओं ने चिकित्सकों के प्रतीक्षा कक्ष में बैठी महिलाओं व बालिकाओं से कन्या भ्रूणहत्या के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।