भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को देश का अव्वल राज्य बनाया जायेगा। आई.टी. एवं ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में प्रदेश स्वर्णिम युग में पहुँच रहा है। ई-गवर्नेंस में भी मध्यप्रदेश देश के तीन शीर्ष राज्य में शामिल हैं। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश आदर्श स्थान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज इंदौर में इन्फोसिस परिसर के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।
इस अवसर पर इन्फोसिस के कार्यकारी अध्यक्ष श्री एन. नारायण मूर्ति ने बताया कि पहले चरण में 400 करोड़ रुपये का निवेश कर 5000 सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल के बैठने के लिये 7 लाख वर्ग फीट में निर्माण कार्य किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गौरव की बात है कि प्रदेश में इन्फोसिस और टी.सी.एस. जैसी महत्वपूर्ण कम्पनियाँ अपना काम शुरू कर रही हैं और बड़ी कम्पनियाँ भी यहाँ निवेश करने वाली हैं। इससे इंदौर आई.टी. हब के रूप में विकसित होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जा रहा है कि ऐसी प्रतिभाएँ, जिन्हें रोजगार के लिये बाहर जाना पड़ता है, उन्हें मध्यप्रदेश में ही रोजगार मिले। प्रदेश में हर साल लगभग डेढ़ लाख इंजीनियर तैयार हो रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद में आई.टी. सेक्टर का योगदान 1998 में 1.2 प्रतिशत था, जो वर्ष 2013 में बढ़कर 6.9 प्रतिशत हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश से सॉफ्टवेयर निर्यात वर्ष 2012 में लगभग 250 करोड़ रुपये का था। बैंगलुरु, हैदराबाद, मुम्बई, पुणे, गुड़गाँव, दिल्ली के बाद अब मध्यप्रदेश आई.टी. कम्पनियों के लिये विशेष आकर्षण का केन्द्र है। मध्यप्रदेश में मजबूत अर्थ-व्यवस्था, अच्छी अधोसंरचना, शांतिपूर्ण वातावरण, बेहतर कनेक्टिविटी, भूमि की पर्याप्त उपलब्धता और टेलेंट पूल के कारण बड़े पैमाने पर आई.टी. कम्पनियाँ यहाँ निवेश करने को इच्छुक हैं।
श्री नारायण मूर्ति
इन्फोसिस के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष श्री एन.आर. नारायण मूर्ति ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के लिये बेहतर वातावरण के साथ-साथ मूलभूत सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर एकमात्र शहर है, जहाँ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा भारतीय प्रबंध संस्थान दोनों स्थित हैं। आई.टी. और आई.टी.ई.एस. उद्योगों के लिये इंदौर एक उपयुक्त निवेश-स्थल है। उन्होंने कहा कि इन्फोसिस 7.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वार्षिक राजस्व तथा एक लाख 58 हजार से अधिक कर्मचारी वाला संस्थान है।
श्री नारायण मूर्ति ने कहा कि इंदौर के सुपर कॉरीडोर स्थित इन्फोसिस का यह केम्पस मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आवंटित 130 एकड़ से अधिक भूमि पर फैला होगा। इस अति-आधुनिक केम्पस के पहले चरण के अगले 24 माह में पूर्ण हो जाने की संभावना है।
श्री विजयवर्गीय
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के लिये बेहतर सुविधाएँ और वातावरण उपलब्ध है। राज्य सरकार के प्रयासों से इंदौर स्वास्थ्य, शिक्षा और आई.टी. का हब बन गया है। निवेश करने वाली इकाइयों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि इन्फोसिस को सभी अनुमतियाँ 6 दिन में मिल जायेंगी। इंदौर के सुपर कॉरीडोर में निवेश करने वाली इकाइयों के लिये जमीन उपलब्ध करवाकर किसानों ने प्रदेश के विकास में बड़ा योगदान किया है।
समारोह में उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, मेयर श्री कृष्ण मुरारी मोघे, सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन तथा अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।