इस्लामाबाद: पाकिस्तान में एक अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के पाकिस्तान लौटने से महज दो दिनों पहले शुक्रवार को जमानत दे दी। मुशर्रफ पाकिस्तान में गिरफ्तारी का सामना कर रहे हैं और वह लगभग पांच वर्षों से आत्म निर्वासन में जीवन बिता रहे हैं।
अगस्त 2008 में राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद से मुशर्रफ (70) ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने कुछ समय पहले घोषणा की थी कि वह 24 मार्च को स्वदेश लौटेंगे।
आतंकवाद निरोधी एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के सम्बंध में मुशर्रफ के खिलाफ 2011 में एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
बलूच नेता अकबर बुगती की अगस्त 2006 में एक सैन्य अभियान के दौरान हुई हत्या को लेकर भी मुशर्रफ के खिलाफ अक्टूबर 2012 में एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
मुशर्रफ ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है और वह पाकिस्तान लौटने के बाद न्यायालय में अपना बचाव करेंगे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मुशर्रफ के वकील अहमद राजा कसूरी ने कहा कि मुशर्रफ ने कराची में सिंध उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। शुक्रवार को न्यायाधीशों ने उन्हें सुरक्षात्मक जमानत (प्रोटेक्टिव बेल) दे दी।