मुरैना। चंबल अंचल के केंद्र मुरैना जिले के सुमावली कस्बे में सफाई के दौरान एक युवक को मुगलकालीन तोप के गोले मिले हैं। कबाड़ समझकर युवक ने उन गोलों को कबाड़ी की दुकान पर बेच दिया। लेकिन सफाई के दौरान मिले गोलों की जानकारी जैसे ही पुरातत्व विभाग को लगी, विभाग की टीम तुरंत कबाड़ की दुकान पर पहुंची और सामान को वापस लेकर उसे शहीद पं. रामप्रसाद बिस्मिल संग्रहालय में रखवाया। गोलों की संख्या दो है। दोनों गोले 3 से चार किलो वजन के हैं। पुरातत्व विभाग के अधिकारी इस गढ़ी का भी निरीक्षण करेंगे, जिससे इसमें अन्य ऐसे तोप के गोलों का पता लगाया जा सके। बताया जाता है कि इस तरह के अन्य गोले भी इस गढ़ी में हो सकते हैं।
मुरैना जिले के जिला पुरातत्व अधिकारी अशोक शर्मा ने बताया कि मुरैना के सुमावली कस्बे में मुगलकालीन गढ़ी बनी हुई है। इस गढ़ी का निर्माण राजा सोमप्रताप ने करवाया था और राजा सोमप्रताप के नाम पर ही इस कस्बे का नाम सुमावली पड़ा है। गढ़ी में तोप के दो गोले मिले हैं, यह गोले मुगलकालीन बताए गए हैं। गोले मिलने की सूचना पर पुरातत्व विभाग की टीम सुमावली पहुंची और दोनों गोलों को अपने साथ लेकर जिला मुख्यालय आई, जहां अब दोनों गोलो को पुरातत्व विभाग के संग्रहालय में रखा गया है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण करके यह देखा जाएगा कि अगर वहां और तोप के और गोले मौजूद हैं या अन्य कोई पुरातत्व संरक्षण की वस्तु मौजूद है तो उसे भी संग्रहालय में लाकर रखा जाएगा।