भोपाल– मध्य प्रदेश में यूथ कांग्रेस चुनावों का ऐलान कर दिया गया है। राज्य में यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर विधानसभा अध्यक्ष तक का चुनाव होगा। साथ ही स्टेट प्रेसिडेंट, स्टेट कमेटी, डिस्ट्रिक्ट कमेटी के सदस्य भी वोटिंग के माध्यम से चुने जाएंगे।
मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के प्रभारी शेषनारायण ओझा ने बताया कि इलेक्शन प्रोसेस आज से शुरू हो चुकी है। 19 अप्रैल से 25 अप्रैल तक कोऑर्डिनेटर जिलों का दौरा करेंगे। नॉमिनेशन 27 अप्रैल से 6 मई तक चलेंगे। दावे और आपत्तियों पर सुनवाई 28 अप्रैल से 7 मई तक होगी। जबकि नॉमिनेशन फॉर्म्स की स्क्रूटनी 7 मई से 9 मई तक की जाएगी। वहीं, 11 मई तक फाइनल कैंडिडेट तय हो जाएंगे।
यूथ कांग्रेस चुनाव में मध्य प्रदेश के सात जिलों को एससी और एसटी वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। जिसमें सागर, देवास, जबलपुर (शहर), पांढुर्णा, गुना, बुरहानपुर और सतना जिला शामिल है। इनमें से अधिकांश जिलों में ओबीसी वर्ग के पदाधिकारी चुने जा चुके है। कुछ ही में एससी और एसटी वर्ग को मौका दिया गया है।
चुनाव के लिए एमपी यूथ कांग्रेस ने सभी कैंडिडेट की उम्र भी निर्धारित कर दी गई है। इसमें चुनाव के लिए अभ्यर्थियों की उम्र 27 अप्रैल 1990 से 26 अप्रैल 2007 तक मान्य की जाएगी। कैंडिटेट को चुनने के लिए एक सदस्य कुल 6 वोट कर सकेंगे। यह सभी कैंडिडेट प्रदेश से ब्लॉक तक के रहेंगे।
मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष पद, प्रदेश महासचिव पद, जिला अध्यक्ष पद, जिला महासचिव पद, विधानसभा अध्यक्ष पद और ब्लॉक अध्यक्ष पद पर मतदान कराया जाएगा। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने कहा कि यह कदम राहुल गांधी के विजन का हिस्सा है, जब वे साल 2008 में IYC और NSUI के प्रभारी थे। इस प्रक्रिया से हर क्षेत्र के युवकों को राजनीति में उतरने का मौका मिलेगा। वहीं, चुनावों में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए जोनल और राज्य स्तर पर रिटर्निंग ऑफिसर्स की टीम तैनात की गई है।