भोपाल-मध्य प्रदेश के दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के ऐलान हो गए हैं। बुधनी और विजयपुर में 13 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं, 23 नवंबर को दोनों सीटों की काउंटिंग होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को इसका ऐलान किया। इसी के साथ दोनों सीटों पर आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
राज्य में उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे थे। यहां दोनों नेताओं के बीच लंच पर विभिन्न विषयों बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी और कमलानाथ के बीच क़रीब 2 घंटे तक चर्चा हुई। इस मुलाकात को राज्य में उपचुनाव को लेकर अहम माना जा रहा है।
बुधनी और विजयपुर दोनों सीटों के लिए नामांकन 18 से 25 अक्टूबर तक किए जा सकेंगे। स्क्रूटनी 28 अक्टूबर को होगी। वहीं, 30 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। विजयपुर सीट कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के पाला बदलकर भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई है। वहीं, बुधनी से शिवराज सिंह चौहान विधायक चुने गए थे। हालांकि, पार्टी ने उन्हें केंद्र की राजनीति में भेज दिया। इसके बाद यह सीट खाली हुई है।
बुधनी के लिए भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति ने पांच नामों का पैनल दिल्ली भेजा है। माना जा रहा है कि पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव और वन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष गुरु प्रसाद शर्मा में से किसी एक को टिकट मिल सकता है। दोनों ही केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी हैं। हालांकि पैनल में उनके बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान का नाम भी शामिल है। ऐसे में पूर्व सीएम शिवराज की पहली कोशिश होगी कि कार्तिकेय को ही टिकट मिले।
बुधनी विधानसभा में कांग्रेस के सामने एक मजबूत टिकाऊ चेहरा खोजना सबसे बड़ी चुनौती है। बुधनी में उप चुनाव के लिए कांग्रेस ने पूर्व मंत्री अरुण यादव को संयोजक बनाया है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल को इस समिति में सदस्य बनाया है। शिवराज सिंह चौहान के प्रभाव वाली बुधनी में कांग्रेस असरदार उम्मीदवार ढूंढ रही है। पार्टी के युवा प्रवक्ता आनंद जाट की उम्मीदवारी पर कांग्रेस विचार कर रही है। इसके अलावा पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल भी रेस में शामिल हैं। हालांकि, पार्टी यदि युवा प्रत्याशी पर दांव लगाएगी तो आनंद जाट की टिकट पक्की हो सकती है।