जम्मू। पहली अगस्त से आरंभ होने जा रही मचैल यात्रा (किश्तवाड़) और श्री बुढ्डा अमरनाथ यात्रा (पुंछ) की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हर साल की तरह इस बार भी दोनों यात्राओं में जम्मू-कश्मीर के अलावा देश के विभिन्न राज्यों से भी लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।
सरकार के सहयोग के बिना आयोजित होने वाली मचैल यात्रा के पूरे प्रबंध करने वाली सर्व शक्ति सेवक संस्था के राज्य प्रधान प्रहलाद सिंह राठौर ने बताया कि श्रद्धालुओं के खाने-पीने से लेकर ठहरने की पूरी व्यवस्था की गई है। संस्था ने हर पड़ाव पर श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टैंट लगाए हैं। यही नहीं, लंगर की सुविधा यात्रा मार्ग पर गुलाबगढ़, मस्सू, कुंडेल, चिशौती, मचैल आदि में की गई है। यात्रा के दौरान मचैल गांव को रोशन करने के लिए 40 केवीए का जनरेटर भी स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि माता के दर्शन के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु बुधवार रात को ही मचैल पहुंच गए हैं। जम्मू से रवाना होने वाली माता की अखंड ज्योति महालक्ष्मी मंदिर पक्का डंगा से 17 अगस्त को चिनौत (भद्रवाह) के लिए रवाना होगी। 18 को चिनौत से पवित्र छड़ी के साथ पवित्र ज्योति और थाली को मचैल दरबार के लिए रवाना किया जाएगा। विभिन्न पड़ाव पर पूजा-अर्चना करते हुए श्रद्धालु 22 अगस्त को माता के दरबार पहुंचेंगे। अगले दिन 23 अगस्त को माता के दरबार में हवन करने के उपरांत श्रद्धालु 24 को वापस लौटेंगे। वहीं बजरंग दल द्वारा संचालित बाबा बुढ्डा अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे में शामिल होने के लिए बाहरी राज्यों से श्रद्धालु पहुंचाना शुरू हो गए हैं। सौराष्ट्र गुजरात से तकरीबन 350 श्रद्धालु जम्मू पहुंच गए हैं। इन श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए यात्री निवास में व्यवस्था की गई है। यात्र का आगाज वीरवार शाम यात्री निवास में पूजा-अर्चना के साथ होगा। पहला जत्था दो अगस्त को सुबह पुंछ के लोरन मंडी के लिए रवाना होगा। बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक राजेश पांडे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में यह धार्मिक यात्राएं ही शांति की स्थापना करेंगी।