उभरता चंबल कानक्लेव में मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्वालियर और चंबल विकास की अपार संभावनाओं वाले क्षेत्र हैं। हम चाहते हैं कि बड़े उद्योग आयें और यहाँ के युवा भी उद्यमी बनें। प्रदेश में उद्योग मित्र नीति बनाई गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज ग्वालियर में इंडिया टुडे समूह द्वारा आयोजित उभरता चंबल कानक्लेव को संबोधित कर रहे थे। कानक्लेव का आयोजन इंडिया टुडे और आईटीएम विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।
श्री चौहान ने कहा कि पर्यटन, उद्योग, मानव संसाधन और जरूरी अधोसंरचनाओं का विकास कर इन क्षेत्रों के विकास को और गति दी जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी समय दस्यु समस्या के लिये जाने जाना वाला चंबल क्षेत्र अब तेजी से विकास क्षेत्र के रूप में उभर रहा है। मध्यप्रदेश ने विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। देश की विकास दर पाँच प्रतिशत है जबकि मध्यप्रदेश ने पिछले पाँच साल में लगातार दो अंकों में विकास दर हासिल की है। प्रदेश की कृषि विकास दर लगभग 19 प्रतिशत है जो देश में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि भारत की विकास दर बढ़ाने में भी मध्यप्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान होगा।
श्री चौहान ने कहा कि सत्ता की शुरूआत में कानून-व्यवस्था की तीन प्रमुख समस्याएँ थीं। आज प्रदेश डकैती समस्या से मुक्त हो गया है। सिमी के नेटवर्क को भी ध्वस्त किया गया है और नक्सलवादी गतिविधियों पर नियंत्रण किया गया है। इन समस्याओं के समाधान के बगैर विकास का सपना बेमानी था।
श्री चौहान ने कहा कि चंबल के बीहडों को समतल कर औद्योगिक विकास योग्य बनाने की दिशा में तेजी से प्रयास चल रहे हैं। आज इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा संस्थान आ रहे हैं। शैक्षणिक सुविधाओं को बढाया गया है। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन को कौशल सम्पन्न बनाकर इस क्षेत्र के विकास के लिये तैयार करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े उद्योगों के साथ ही छोटे उद्योगों के विकास एवं विस्तार पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिये युवाओं को मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना में लोन उपलब्ध करवाने और बैंक गारंटी देने की पहल की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि युवाओं में उद्यमिता की भावना जाग्रत हो। इस क्षेत्र के युवा स्वयं उद्योगपति बनें और इस क्षेत्र के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा कि चंबल क्षेत्र में आने वाले उद्योगों को प्रशिक्षित और कोैशल सम्पन्न युवा मानव संसाधन चाहिये। मुख्यमंत्री युवा कान्ट्रेक्टर योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे उद्योगों को जनशक्ति मिलेगी और स्थानीय रोजगार भी बढ़ेगा।
श्री चौहान ने कहा कि चंबल क्षेत्र के विकास के लिये व्यापक अधोसंरचना तैयार हो गई है। उन्होंने बताया कि सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र बनाया गया है। ग्वालियर संभाग में 37 इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। सूचना प्रौद्योगिकी की नई परियोजनाएँ आ रही हैं जिनमें युवाओं को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने बताया कि मुरैना-ग्वालियर-शिवपुरी-गुना को नये इंडट्रियल कारीडोर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिये 5000 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि चिन्हित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से चंबल क्षेत्र के किसान अब तीसरी फसल लेना शुरू कर देंगे। इसका सकारात्मक प्रभाव अन्य विकास योजनाओं पर पडेगा।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री प्रदीप जैन ने कहा कि क्षेत्र विकास के लिये राज्य और केन्द्र दोनों को साथ मिलकर काम करना होगा। अतिथियों ने बेटी बचाओ अभियान और लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रभावी परिणामों के लिये मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि इससे लोगों की मानसिकता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा, जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा, सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, ग्वालियर की मेयर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, श्री जयभान सिंह पवैया, इंडिया टुडे के संपादक श्री दिलीप मंडल, आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर के चांसलर श्री रमाशंकर सिंह एवं ग्वालियर-चंबल संभाग के नागरिक उपस्थित थे।