प्रदेश में फोर्टिफाइड सोया तेल की उपलब्धता संबंधी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश को कुपोषण मुक्त राज्य बनायेंगे। कुपोषण के कलंक से राज्य को मुक्त करने के लिये सरकार के साथ ही अशासकीय संस्थाओं, उद्योगों और समाज सभी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कुपोषण की स्थिति में कमी आयी है। आगामी चार-पाँच वर्ष में राज्य को कुपोषण से मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। श्री चौहान आज यहाँ प्रदेश में फोर्टिफाईड सोया तेल के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फोर्टिफाईड सोया तेल के लोगो का अनावरण किया।
इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर, विधायक श्री ध्रुवनारायण सिंह और सोयाबीन उद्योग से संबंधित प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुपोषण से निपटने के लिये अटल बाल अरोग्य और पोषण मिशन के तहत कार्य किये जा रहे हैं। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आयी है। उन्होंने इस कार्य में समन्वित प्रयासों के लिये कृषि उत्पादन आयुक्त श्री एम.एम. उपाध्याय की अध्यक्षता में समिति गठित किये जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने विकास की प्राथमिकताओं के साथ कार्य प्रारंभ किया था। आधारभूत संरचना का विकास, खेती को लाभ का धंधा बनाना, निवेश में वृद्धि और गरीब के जीवन स्तर को उठाने और तब तक उनकी सहायता, शिक्षा, स्वास्थ्य, कुपोषण नियंत्रण आदि सरकार की प्राथमिकताएँ निर्धारित की गई थी। इनके सफल परिणाम मिल रहे हैं। प्रदेश में सिंचित क्षेत्र 7 लाख से बढ़कर 25 लाख हेक्टेयर हो गया है। विद्युत की उपलब्धता 24 घंटे है और शीघ्र ही मध्यप्रदेश सरप्लस विद्युत राज्य बन जायेगा।
श्री चौहान ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों पर सबका समान अधिकार है। लेकिन इनका दोहन सब नहीं कर सकते। इसलिये जो लोग इनका दोहन करते हैं, उनका दायित्व है कि वह उन लोगों का सहयोग करें जो इन संसाधनों का उपयोग नहीं कर रहे हैं।
खाद्य एवं प्र-संस्करण मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश को विकासशील राज्य की पहचान दी है। मंदी के दौर में भी सकल घरेलू उत्पाद, कृषि और उद्योग की उच्च विकास दरें, राज्य सरकार की कार्य-कुशलता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सरकार कुपोषण की समस्या को पूरी तरह से समाप्त करने के प्रयास कर रही है।
अन्तर्राष्ट्रीय संगठन गेन के प्रतिनिधि श्री ग्रेग गरेट ने फोर्टिफाईड खाद्य सामग्री के महत्व का प्रतिपादन किया। कार्यक्रम का संचालन श्री कमलेश पारिख ने किया। स्वागत उद्बोधन कुमारी जयश्री श्रीधरन ने दिया। आभार सुश्री दीप्ति गुलाटी ने माना।