(खुसुर-फुसुर)-मप्र में चुनाव जोरों पर है लेकिन जनता और उम्मीदवारों में उत्साह नहीं देखने में आ रहा है,हमने कांग्रेस एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ ही संघ के सूत्रों से भी चुनाव के हालात का जायजा लिया,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा परदे के पीछे रह भाजपा के पक्ष में कार्य करता रहा है,संघ में कार्यरत मित्रों से जब हमने यह जानना चाहा की जमीनी हालात क्या हैं चुनावों के ,क्योंकि कई महीनों पहले RSS की ही रिपोर्ट थी की भाजपा 50 सीटों पर सिमट जायेगी।
जब हमने RSS के मित्रों से बात की तब उन्होंने बताया की जमीनी हालात भाजपा के विरोध में हैं,कई जगह उम्मीदवारों को दोहराने की वजह से जनता नाराज है,बेरोजगारी,महंगाई और झूठे वादे इनके चलते उसने कांग्रेस को वोट करने का मन बना लिया है,यदि मप्र में तीसरा मोर्चा सक्रीय होता तो निसंदेह जनता उसकी सरकार बना देती।
एक बड़े सर्वे संस्थान के सूत्र ने हमने बताया यदि भाजपा अपने प्रशासनिक एजेंटों का उपयोग नहीं कर पायी तब कांग्रेस 160 सीटें जीत जायेगी लेकिन यदि यदि भाजपा सफल रहती है तब कांग्रेस की 135 से 140 सीटें आएँगी।
सूत्रों ने बताया जनता का मन बदलाव का है और तमाम प्रयासों के बाद भी उसे बदलने में हम नाकाम रह रहे हैं.