वैश्विक खतरे के चलते अमेरिका में नार्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और फूड सेफ्टी विशेषज्ञ बेंजामिन चैपमैन ने विज्ञान की पत्रिका लाइव सांइस को बताया कि सब्जियों और फलों को साबुन से धोने से विषाक्तता का खतरा बढ़ सकता है.कई हाथों से होकर गुजरती हुई रसोई तक पहुंची सब्जियां और फलों के कोरोना वायरस संक्रमति होने से इनकार नहीं किया जा सकता. कल तक इनके कीटनाशकों के विषाणु, विषाक्त धूल-कण, गंदे पानी का बैक्टिीरिया और रसायनों से प्रभावित होने की आशंका थी, लेकिन अब इनके जरिए कोविड-19 के फैलाने का खतरा भी बन गया है. कई शोध से स्पष्ट हो चुका है कि कोरोना वायरस फल और सब्जियों के माध्यम से हमें संक्रमित कर सकता है. इससे बचाव के कई अनाप-शनाप सुझावों के वीडियो वायरल हो चुके हैं.अधिकतर में सब्जियों और फलों को डिश वाश से धोने की सलाह दी गई है. जबकि इस तरीके को स्वास्थ्य और कृषि एवं खाद्य वैज्ञानिक गलत बताते हैं. उनका कहना है कि फलों और सब्जियों को डिश सोप या हैंड वाश से धोना बहुत ही बुरा विचार हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें खरीदने से पहले अपने हाथ धोकर या सैनिटाइजर इस्तेमाल के बाद छूने के निर्देश दिए गए हैं.
अमेरिका में नार्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और फूड सेफ्टी विशेषज्ञ बेंजामिन चैपमैन ने विज्ञान की पत्रिका लाइव सांइस को बताया कि सब्जियों और फलों को साबुन से धोने से विषाक्तता का खतरा बढ़ सकता है. खासकर सलाद के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियों, जैसे टमाटर, प्याज, मूली, नींबू गाजर आदि और फलों के खाने से मतली आ सकती है या फिर पेट खराब हो सकता है. साबुन के रसयान हमारे पेट के लिए हानिकारक होते हैं. इसे विषाणु रहित बनाने के लिए ठंडे पानी, क्लोरीन के घोल या नींबू या सिरका मिश्रित पानी से अच्छी तरह धोना ही बेहतर तरीका हो सकता है. यह सब सब्जियों के प्रकार पर भी निर्भर करता है किसे किस तरह से साफ और स्वच्छ बनाया जाए.
मिशिगन में ग्रैंड रेपिड्स के एक निजी प्रैक्टिस करने वाले डाॅक्टर ने इस बारे में यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट किया है. वीडियो में लोगों को किराने की दुकानों पर कम से कम समय बिताने और कोविड-19 रोकथाम एवं रोग नियंत्रण केंद्र के अनुसार कीटाणुनाशक के तरीके इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है.न्यू इंग्लैंड जर्नल आफ मेडिसिन के अध्ययन के अनुसार कोरोना वायरस 6-7 घंटे तक लकड़ी की सतह या कार्डबोर्ड, 24 घंटे तक प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर 72 घंटे तक बना रहता है.इस हालत में सवाल खड़ा हो गया है कि फलों और सब्जियों को हानिकारक वैक्टिीरिया, वायरस या विषाक्त पदार्थों से कैसे बचाया जाए? ताज फलों और सब्जियों की सफाई और स्वच्छता सिलसिले में बारीकी से ध्यान केंद्रीत करने की जरूरत है.सलाद, डेसर्टस और गार्निश में कच्चे परोसे जाने वाली सब्जियों और फलों से जोखिम बढ़ सकता है. उसे संभालने और किटाणुरहित बनाने के टिप्स इस प्रकार हो सकते हैं.
o इस्तेमाल में ताजा और गुणवत्ता की सब्जियां व फल की जानी.बाजार से लाई गई सब्जियां कटे-फटे नहीं होने चाहिए. सामान्यतः उनसे बैक्टिरिया को खत्म करने के लिए क्लोरीन के घोल से साफ करने की सलाह दी गई है, लेकिन इसका इस्तेमाल दिशा-निर्देश के अनुसार किया जाना चाहिए.
o क्लोरीन आधारित रसायन सोडियम हाइपोक्लोराइट को समान्य तौर पर ब्लीच के रूप मंे जाना जाता है. यह खाद्य पदार्थों के लिए एक स्वीकृत रसायन है और इसे वाशिंग एजेंट के तौर पर काम लया जाता है. इनके सैनिटाइजर वाश बनाने के समय सही माप का होना जरूरी होता है.
o क्लोरीन तेजी से गंदगी, कार्बनिक पदार्थ, हवा और प्राकश या धातुओं के संपर्क में आने पर अपनी प्रभावशीलता खो देता है. इसलिए यह सब्जियों की मात्रा के अनुसार क्लोरीन सैनिटाइजर के स्तर की जांच किया जाना जरूरी है.इसके इस्तेमाल से पहले सब्जियों को पानी से धो लेना चाहिए.
o अमेरिका के यूटा विश्वविद्यालय की विशेषज्ञ टेरेसा हंसकर का कहना है कि सब्जियों को पानी से धोना भर ही पर्याप्त है.इन्हें सिरका या नींबू वाले पानी से धोना ज्यादा अच्छा होता है.सब्जियों या फलों को 30 मिनट के लिए एक बड़े बर्तन में पानी के साथ किसी एक घोल में भिगो कर रखना चाहिए.उसके बाद अच्छी तरह से साफ पानी से धो लेना चाहिए.
o चमकीला दिखने वाले वैक्स किए हुए फल और विभिन्न रसायनों व कीटनाशकों से प्रभावित सब्जियों के लिए एक कप पानी, आधा कप सिरका, एक बड़ा चम्मच बेकिंग सोड़ा से बने घोल का छींटा मारकर एक घंटे के लिए छोड़ दें.उसके बाद सामान्य नल के पानी से धो लें.
o इनमें से किसी एक घोल को तैयार करें, उसका फल और सब्जियों पर छिड़काव करें और 5 से 10 मिनट छोड़ने के बाद साफ पानी से धोएं.
o शुरूआती तरीके में सब्जियों-फलों को नल के साफ चलते पानी से धोना चाहिए. बाद में उसे क्लोरीन के घोल या सिरके मिश्रित पानी से बर्तन में रखकर धोने के बाद साफ कपड़े से सुखाना चाहिए.
o जमीन के नीचे उगने वाली आलू, मूली, गाजर, शलजम आदि सब्जियों को 10 सेकेंड तक धोने के बाद साफ कपड़े से पोछना चाहिए. इसके लिए हल्के गुनगुने पानी से धोना ठीक होता है.
o पत्तेदार सब्जियों में बंदगोभी की ऊपरी परत उतारने के बाद धोना सही होता है, जबकि छिलका उतार कर पकाई जाने वाली लौकी, तोरई को सामान्य पानी से धोया जा सकता है.
o छिलका सहित खाने वाले फलों और सब्जियों को कम से कम आधा घंटे तक पानी में भिगोकर रखना चाहिए.ऐसी सब्जियों को नींबू, सिरके या गर्म पानी से धोना सही होता है.
o फल और सब्जियों को 5 से 10 मिनट तक सिरका मिले पानी में भिगोना चाहिए और उसके बाद अच्छी तरह से सादे पानी से धो लेना चाहिए.
o फूलगोभी, पालक, ब्रोकली, बंदगोभी या पत्तियों वाले शाक को दो प्रतिशत साधारण नमक वाले गर्म पानी से धोएं, जबकि गाजर और बैंगन जैसी सब्जियों को इमली वाले पानी के घोल से धोया जा सकता है.
धोनेके लिए पानी का तापमान भी मायने रखता है, जो सब्जियों या फलों को तापमान पर निर्भर करता है. सामान्यतः करीब 5 से 10 डिग्री होनी चाहिए.यदि धोने का पानी सब्जियों की तुलना में ठंडा है तो सब्जियों पर पाए जाने वाले बैक्टिीरिया को शोषित कर लेता है.ज्यादा गर्म पानी सब्जियों द्वारा सोख ली जा सकती है.