नई दिल्ली- रंगमंच की दिग्गज हस्ती और विख्यात शिक्षक इब्राहिम अल्काज़ी का मंगलवार दोपहर को निधन हो गया. वह 94 साल के थे.
अल्काज़ी के बेटे ने बताया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था.
अल्काज़ी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में सबसे लंबे समय तक निदेशक के पद पर रहे. उन्होंने गिरीश कर्नाड के ‘तुगलक’, धर्मवीर भारती के ‘अंधायुग’ जैसे लोकप्रिय नाटकों का निर्माण किया.
उन्होंने कलाकारों की कई पीढ़ियों को अभिनय की बारीकियां सिखाईं. इन कलाकारों में नसीरुद्दीन शाह और ओम पुरी आदि शामिल हैं.
एनएसडी में उन्होंने विजय मेहता, ओम शिवपुरी, बलराज पंडित, मनोहर सिंह, उत्तरा बोकर, ज्योति सुभाष, सुहास जोशी, बी. जयश्री, जयदेव और जयदेव और रोहिणी हथंगड़ी जैसे कलाकारों के प्रशिक्षण में सहयोग दिया था.
उनके बेटे फैसल अल्काज़ी ने बताया, ‘एक जबरदस्त दिल के दौरे के बाद आज (मंगलवार) 2:45 बजे पर पापा का निधन हो गया. उन्हें परसों (दो अगस्त) एस्कॉर्ट अस्पताल में भर्ती किया गया था.’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अल्काज़ी को भारतीय रंगमंच में क्रांतिकारी बदलाव लाने का श्रेय दिया जाता है. मुंबई में 1940 से 1950 के दशक के बीच वह रंगमंच के सबसे प्रमुख कलाकारों में से एक थे.
हालांकि 37 साल की उम्र में वह दिल्ली वापस लौट गए और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के निदेशक पद पर 15 साल (1962 से 1977) तक रहे है. बतौर निदेशक यह इस संस्थान के इतिहास का सबसे लंबा कार्यकाल है.
उनका जन्म 18 अक्टूबर 1925 को महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ था.
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के निदेशक के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने आधुनिक भारतीय रंगमंच के लिए पाठ्यक्रम को आकार दिया था.
50 साल की उम्र में अल्काज़ी ने एनएसडी और थियेटर से इस्तीफा दे दिया और नई दिल्ली में ही पत्नी रोशन अल्काज़ी के साथ मिलकर आर्ट हैरिटेज गैलरी की शुरुआत की.