भिंड-मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने भिंड जिले में थानेदारों की तैनाती को लेकर मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखा है। CEC को संबोधित पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि लहार, मेहगांव और अटेर में मंत्रियों के हिसाब से थानेदारों की तैनाती की गई है। नेता प्रतिपक्ष ने आशंका जताई है कि जिस तरीके से थानेदारों को जिम्मेदारी दी गई है उससे निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को संबोधित पत्र में नेता प्रतिपक्ष ने लिखा है कि भिंड एसपी मनीष खत्री द्वारा जिले में पथपात पूर्ण तरीके से बीजेपी के इशारे पर थाना प्रभारियों की पदस्थाना कर दी है। आगामी माह नवंबर-दिसम्बर 2023 में विधानसभा चुनाव होना है। भिंड जिले की राजनीति में ब्राम्हण और राजपूत समेत सभी जातियों के अधिकांश मतदाता अपनी जाति के प्रत्याशियों को मतदान करते हैं। लहार विधानसभा के अधिकांश थानों में ब्राम्हण समाज के थाना प्रभारियों की पदस्थाना की गई है। तथा अधिकांश थाना प्रभारियों की रिश्तेदारी बीजेपी के स्थानीय नेताओं से है। और उन्हीं नेताओं के कहने पर पदस्थापना की गई है।
डॉ सिंह ने लिखा कि लहार में ज्यादातर थानेदार ब्राह्मण समाज के हैं। मेहगांव और अटेर में दोनों मंत्रियों ने ठाकुर समाज के थानेदारों की नियुक्ति करवाई है। मेहगांव से ओपीएस भदौरिया और अटेर अरविंद भदोरिया विधायक हैं। इसी प्रकार मेहगांव और अटेर में सत्तादल पार्टी के मंत्री आगामी चुनाव में संभावित उम्मीदवार होंगे और इन दोनों मंत्रियों के क्षेत्र में उनकी जाति के ही लगभग सभी थानों में थाना प्रभारियों की पदस्थाना पएसपी ने करके यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके रहते भिंड जिले में आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष रुप से होने संभव नहीं है।