कोलकाता: सॉल्ट लेक स्टेडियम में मंगलवार को हुए रंगारंग उद्घाटन समारोह के बाद अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण में मुकाबलों की बारी है। उद्घाटन मुकाबले में आज मेजबान और मौजूदा चैम्पियन कोलकाता नाइट राइर्ड्स टीम का सामना ईडन गरडस स्टेडियम में दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ होगा।
गौतम गंभीर के नेतृत्व में नाइट राइर्ड्स खिताब बचाने अपनी मुहिम का सफल आगाज चाहेंगे, जबकि बीते साल प्लेऑफ तक का सफर तय करने वाली डेयरडेविल्स टीम भी जीत के साथ शुरुआत करना चाहेगी। पहले मैच में ही दोनों के लिए कुछ मुश्किलें पैदा हो गई हैं क्योंकि दोनों टीमों के कुछ प्रमुख खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं।
नाइट राइर्डस को जहां अपने स्टार बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्लम और तेज गेंदबाज जेम्स पेटिंसन के बगैर अभियान शुरू करना होगा वहीं डेयरडेविल्स को अपने पूर्व कप्तान वीरेंद्र सहवाग और स्टार गेंदबाज मोर्ने मोर्कल के बिना ही जीत के लिए प्रयास करना होगा।
शुरुआती चार संस्करणों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद नाइट राइर्ड्स ने बीते साल खिताबी जीत के साथ अपनी निराशा को धो दिया था, लेकिन अब उसके सामने खिताब के साथ-साथ साख बचाने की गंभीर चुनौती है।
कप्तान गंभीर अच्छे फार्म में नहीं हैं। खराब फार्म के कारण ही वह भारतीय टीम से बाहर हैं और अब तो शिखर धवन के उद्भव के बाद उनके नियमित स्थान पर भी खतरा है। इसके बावजूद गंभीर आईपीएल में अपनी टीम को दोबारा सफलता दिला सकते हैं। इसका कारण यह है कि उनके पास कुछ बेहद स्तरीय खिलाड़ी और एक अच्छा स्पोर्ट स्टाफ है।
कोच ट्रेवर बेलिस ने बिग बैश लीग में बतौर कोच सिडनी सिक्सर्स को सफलता दिलाते हुए अपनी उपयोगिता साबित की और फिर 2012 में नाइट राइडर्स को जमीन से आसमान पर लाकर खड़ा कर दिया। सहायक कोच विजय दहिया, गेंदबाजी मेंटर ब्रेट ली, फील्डिंग कोच ट्रेवर पेनी और फिजियो एंड्रयू लीपस के रहते नाइट राइर्ड्स शाहरुख के भरोसे को कायम रख सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें शानदार तैयारी के साथ बेहतरीन खेल दिखाना होगा।
दूसरी ओर, डेयरडेविल्स के कप्तान माहेला जयवर्धने अपने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों (मोर्कल, सहवाग और केविन पीटरसन) के बगैर ही मौजूदा चैम्पियन को कड़ी चुनौती देना चाहेंगे और इसके लिए उनके पास अभी भी पर्याप्त साधन हैं।
जयवर्धने, डेविड वार्नर, आंद्र रसेल, नमन ओझा, उन्मुक्त चंद और योगेश नागर के रूप में डेयरडेविल्स के पास अच्छे बल्लेबाज हैं जबकि उमेश यादव, शाहबाज नदीम, सिद्धार्थ कौल के रूप में स्तरीय गेंदबाज हैं।
इसके अलावा 2008 और 2009 में सेमीफाइनल खेल चुके डेयरडेविल्स टीम के पास जोहान बोथा और इरफान पठान के रूप में दो स्तरीय हरफनमौला खिलाड़ी हैं, जो गेंदबाजी और बल्लेबाजी में कमाल करते हुए टीम को जीत दिला सकते हैं। खासतौर पर जयवर्धने, वार्नर, रसेल और मोर्कल पर डेयरडेविल्स को पहले मैच में जीत दिलाने की जिम्मेदारी होगी।