कचहरी सीरियल बम ब्लास्ट के आरोपी खालिद मुजाहिद के ताऊ मौलाना जहीर आलम फलाही ने शासन द्वारा जारी छह लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का चेक लेने से मना कर दिया।
बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रतिनिधि के रूप में चेक देने पहुंचे कैबिनेट मंत्री पारस नाथ यादव को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
खालिद के ताऊ ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जारी राशि का सात गुना पैसा मैं मुकदमे की पैरवी में खर्च कर चुका हूं। सपा शासन की इस रकम को लेकर मैं खालिद की रूह को तकलीफ नहीं पहुंचाना चाहता।
पुलिस कस्टडी में खालिद की मौत के बाद शासन की घोषणा के अनुसार बुधवार को मंत्री पारस नाथ यादव छह लाख रुपये का चेक लेकर खालिद के ताऊ जहीर आलम फलाही के पास पहुंचे।
मंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा बिल्कुल साफ है, खालिद निर्दोष था। कृपया यह राशि स्वीकार कर लें। मंत्री ने चेक जहीर आलम को देना चाहा तो उन्होंने उसे लेने से मना कर दिया।
मंत्री ने आधे घंटे तक मौलाना को मनाने की कोशिश की लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे।
मंत्री के साथ मोहम्मद हसन पीजी कालेज के प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खान ने भी फलाही को मनाते हुए कहा कि सरकार द्वारा दिया गया चेक खालिद की बेगुनाही का सुबूत है।
क्योंकि किसी गुनहगार को चेक नहीं दिया जाता। इसके बावजूद खालिद के ताऊ पर इन बातों का कोई असर नहीं हुआ।