वाराणसी। बाबा को अतिशय प्रिय सावन के चौथे व अंतिम सोमवार को देवाधिदेव महादेव की वीर वेष झांकी सजी। काशी विश्वनाथ का रुद्राक्ष श्रृंगार किया गया। रुद्राक्ष के दानों से ही पूरा परिसर भी सजाया गया था। रात्रि नौ बजे भोग आरती से पहले गर्भगृह में विराजमान ज्योतिर्लिग का रूप भी निखर आया।
बाबा का अनुपम स्वरूप निरख श्रद्धालु निहाल हुए। शीश नवाया, जल-बेल पत्र चढ़ाया हर हर महादेव का उद्घोष ऐसा मानो कण-कण शिव तत्व से आलोकित हो उठा। वीर वेष स्वरूप बाबा से अभय का वरदान मांगा। आसुरी प्रवृत्तियों के शमन के निमित्त भी प्रार्थना की। सावन में हर सोमवार बाबा के अलग अलग स्वरूप के श्रृंगार की परंपरा है। इसके तहत सावन के प्रथम सोमवार को पुष्प-पल्लव से भगवान शंकर की आकृति उकेरी गई थी। दूसरे सोमवार देवी पार्वती संग झांकी सजी और तीसरे सोमवार को अर्धनारीश्वर श्रृंगार किया गया था। मुख्य कार्यपालक अधिकारी पारसनाथ द्विवेदी के अनुसार रक्षाबंधन पर शिव पार्वती व बाल गणोश की चल प्रतिमाओं का झूला श्रृंगार किया जाएगा।
दर्शन के लिए कतार में घंटों इंतजार- देवाधिदेव महादेव के दरबार में हाजिरी लगाने की कामना से रविवार की रात से ही कतार में लग गए शिवभक्तों ने बाबा के अमृतबेला दर्शन के लिए घंटों इंतजार किया। बैरिकेडिंग में बैठे- लेटे समय बिताया। इस दौरान बम बोल और हर हर महादेव का घोष गुंजाया। भोर में मंगला आरती के बाद दर्शन का क्त्रम शुरू हुआ और बाबा का जल-दूध से अभिषेक किया। तमाम श्रद्धालु और कांवरिये ऐसे भी रहे जो गंगा स्नान कर सीधे कतार में जा लगे। ज्ञानवापी कंट्रोल रूम के अनुसार सुबह 11 बजे तक 90 हजार भक्त दर्शन कर चुके थे। दोपहर दो बजे तक 1.35 लाख ने जल चढ़ाया। शाम तक आंकड़ा 1.65 लाख पर आया और तमाम कतार में थे। काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने रात तक दर्शन पूजन किया।
मरकडेय महादेव को शीश नवाया- कैथी स्थित मरकडेय महादेव मंदिर में दर्शन पूजन के लिए रविवार रात से श्रद्धालु उमड़ने लगे थे। स्नान और बाबा का ध्यान किया। पूजन अनुष्ठान, मेला में खरीदारी और पकवान मिष्ठान का आनंद लिया।
रामेश्वर महादेव को जल चढ़ाया- हरहुआ स्थित रामेश्वर महादेव मंदिर में भोर से ही हर – हर महादेव शंभो, हर- हर महादेव व बम बोल के उद्घोष से चहुंदिशा में भक्ति रस घुलता रहा। वरुणा में स्नान कर बाबा को जलाभिषेक किया और अन्य देव विग्रहों का भी दर्शन पूजन किया।
हर हर महादेव घोष से गूंजे शिवालय- महामृत्युंजय महादेव, सारंगनाथ महादेव, शूलटंकेश्वर महादेव, गौरीकेदारेश्वर, जागेश्वर महादेव, तिलभांडेश्वर महादेव, अगस्त्येश्वर महादेव, ऋणमुक्तेश्वर महादेव, अर्दलीबाजार महाबीर मंदिर स्थित शिव मंदिर समेत नगर व अंचल स्थित शिवालयों में भोर से रात तक हर हर महादेव का उद्घोष गूंजता रहा। अदलपुरा तक गूंजा देवी नाम- जैतपुरा स्थित निबिया माता शीतला मंदिर से सोमवार को अदलपुरा के लिए पदयात्र निकाली गई। महंत राजू यादव के नेतृत्व में श्रद्धालुओं ने सुबह प्रस्थान किया। इस दौरान हर हर महादेव का उद्घोष और जय माता दी की जयकार गूंजती रही। संजय शाह, राजेंद्र शाह, विश्वनाथ जायसवाल, सुजीत जायसवाल आदि ने संयोजन में सहयोग किया।