भोपाल– सत्ता से हटने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अगले संघर्ष की तैयारी कर ली है , इसके चलते उन्होंने कल भोला में पत्रकारों से एक अनौपचारिक मुलाक़ात भोजन पर की,कमलनाथ ने पत्रकारों के समक्ष जो बातें रखीं उनमें अधिकाँश सत्ता से बेदखल का दर्द था लेकिन इस मिलन का मतलब सीधा-सीधा पत्रकारों से नजदीकियां बढ़ाना था,कमलनाथ ने अप्रत्यक्ष रूप से मीडिया की उपेक्षा करने की गलती स्वीकार की एवं माफ़ी भी मांग ली।
कमलनाथ ने जहाँ आगे भी पत्रकारों से संवाद जारी रखने की इच्छा जताई वहीँ डिजिटल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को स्वीकारते हुए डिजिटल प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश भाटिया जी से जल्दी ही सदस्यों के साथ मीटिंग का वादा भी किया ,महिला पत्रकारों के क्लब के साथ उन्होंने पहली मीटिंग करने की घोषणा की, कमलनाथ इसके आगे बढ़कर नजर आये , स्थल पर उपस्थित दो पत्रकारों को जन्मदिन की बधाई भी दी ,कमलनाथ टीम के मीडिया प्रबंधकों के चेहरे देखने लायक थे उन्होंने मीडिया कर्मियों के साथ जो व्यवहार किया था उसका खुलासा होने का डर सभी के चेहरों पर व्याप्त था ,कुछ रोष पत्रकारों का सामने आया भी लेकिन नरेंद्र सलूजा द्वारा उसे संभाल लिया गया. अब देखना है कमलनाथ की यह कोशिश क्या रंग लाती है वैसे बेहतरीन प्रबंधक कमलनाथ का यह कदम सोची-समझी रणनीति है अब इसका असर वर्तमान मुख्यमंत्री के रवैये पर क्या पड़ता है आगे देखने को मिलेगा क्योंकि उन्होंने मीडिया के लिए पूर्व कमलनाथ वाला तानाशाही रवैया अपना रखा है।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री कांतिलाल भूरिया,श्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा, श्री बृजेन्द्र सिंह,श्री पी सी शर्मा , मीडिया अध्यक्ष जीतू पटवारी, उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता, अभय दुबे, नरेंद्र सलूजा, वरिष्ठ प्रवक्ता
रवि सक्सेना, जे पी धनोपिया, विभा पटेल, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया उपस्थित थे !