नाबालिग लड़की से यौन दुराचार के आरोप में घिरे आसाराम बापू की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं और अब उनकी गिरफ्तारी की संभावना प्रबल हो गई है। मंगलवार सुबह जोधपुर पुलिस इंदौर स्थित उनके आश्रम पहुंची और उन्हें समन थमाते हुए 30 अगस्तक तक जांच अधिकारी के सामने पूछताछ के लिए पेश होने की हिदायत दी। हिदायत में साफ कहा गया है कि अगर पेश नहीं हुए तो गिरफ्तारी होगी।
इससे पहले आसाराम ने जोधपुर पुलिस को खूब इंतजार करवाया। सब-इंस्पेक्टर भंवर जब उन्हें समन देने पहुंचे तो आश्रम की तरफ से बताया गया कि आसाराम अभी ध्यानमग्न हैं। काफी देर के बाद समन उन्हें सौंपा जा सका। समन के साथ-साथ आसाराम को हिदायत भी दी गई है कि मामले की जांच पूरी होने तक वह देश छोड़कर बाहर नहीं जाएंगे। जोधपुर पुलिस की ओर से देश के सभी हवाई अड्डों को लुक-आउट नोटिस भी जारी किया जा रहा है, जिसमें साफ तौर बताया जाएगा कि जांच पूरी होने तक आसाराम के भारत से बाहर जाने पर रोक लगाई गई है।
इस बीच, आसाराम के बयानों से लग रहा है कि उन्हें जेल जाने का डर सताने लगा है। इंदौर में सोमवार को उन्होंने आशंका जताई कि जेल में वह साजिश के शिकार भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और जॉर्ज फर्नांडिस का दिमाग भी सुन्न कर दिया गया था।
आसाराम ने कहा, ‘यदि मझे जबर्दस्ती जेल भेजा जाता तो पहले अन्ना त्याग देता, जेल में गंगाजल ले जाने देते तो ठीक, नहीं तो जल भी त्याग देता। जो होगा देखा जाएगा, ज्यादा से ज्यादा मैं मर जाऊंगा।’ उन्होंने कहा कि अग्रिम जमानत लेना होती तो सोमवार को ले लेता और सूरत निकल जाता। आजकल मैं अन्न कम खाता हूं फिर भी हट्ठा-कट्ठा हूं। आसाराम ने कहा कि ऊपर से दबाव है कि ऐसा केस बनाओ कि मैं अंदर ही फिट हो जाऊं। उन्होंने कहा कि एक बालिका ने कुछ बोल दिया तो कौन-सा इतना बड़ा भंडाफोड़ दिया। वह किसी के दबाव में यह सब कह रही है।
पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वह इस मामले में क्या कार्रवाई करेंगे, तो उन्होंने किसी भी कार्रवाई से इनकार कर दिया। जब उनसे पूछा गया कि 30 तारीख तक का समन जारी हुआ है, तो वे हरि ओम, हरि ओम कहकर सवाल को टाल गए।
इस बीच, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आसाराम के खिलाफ दर्ज एफआईआर से बलात्कार की धारा नहीं हटाई गई है। जोधपुर के डीसीसी अजयपाल लांबा ने कहा कि कुछ न्यूज़ चैनलों पर सोमवार को दिनभर चलता रहा कि आसाराम के खिलाफ बलात्कार की धारा हटा ली गई है। डीसीपी ने कहा कि इस मामले में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। एफआईआर में दर्ज सभी धाराएं यथावत हैं।।
पीड़ित लड़की के पिता ने आसाराम बापू से जान का खतरा बताने के साथ ही बड़े षड्यंत्र की आशंका जताई है। उन्होंने कहा, ‘हर राजनीतिक पार्टी और विभाग में आसाराम के लोग है। उन्हें उकसाया जा रहा है। बापू और उनके नजदीकी शिष्यों से मिलवाने, बात कराने की कोशिश के साथ ही मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जा रहा है। वे मुझे किसी तरह जाल में फंसाकर केस को कमजोर करना चाहते हैं।’ उन्होंने बताया कि उन्हें संत आसाराम के दो अति करीबी लोगों ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है।
पुलिस ने भी धमकियों के मद्देनजर पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी है। लड़की के घर पर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ ही जोधपुर पुलिस भी सुरक्षा में लगी है, जो पीड़ित के घर आने-जाने वालों के साथ ही पास-पड़ोस की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है। पुलिस ने पीड़ित परिवार के घर जाने से अनजान लोगों और बापू के भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है।