किसी से रिश्ते की शुरूआत करने से पहले अगर आप यह जान लें कि उनका दिल कैसा है और वह रिश्ते एवं प्यार के प्रति किसी प्रकार की सोच रखता है तो बाद में आने वाली परेशानी से बचा जा सकता है।
अंकज्योतिष के जनक पाईथेगोरस ने शायद यही सोचकर हर व्यक्ति के दिल का नंबर जानने का तरीका खोज निकाला। यह तरीका बहुत ही आसान है और इससे आप व्यक्ति के दिल का हाल और उनके व्यक्तित्व के कई पहलुओं को जान सकते हैं।
अंक ज्योतिष में बताया गया है कि जिन लोगों के दिल का नंबर दो होता है वह बड़े ही भावुक और रोमांटिक होते हैं। ऐसे व्यक्ति प्यार और रिश्तों के प्रति बड़े ही संजीदा होते हैं और जिनसे प्यार करते हैं उनके प्रति पूरी तरह समर्पित रहते हैं। इनमें कलात्मक विषयों के प्रति रूचि होती है और किसी न किसी कला की जानकारी रखते हैं।
जिनके दिल का नंबर दो होता है वह चतुर और कूटनीतिज्ञ होते हैं। किसी भी समस्या का सामाधान बात-चीत और चतुराई से करना इनके व्यक्तित्व का हिस्सा होता है। ऐसे व्यक्ति वाद-विवाद और संघर्ष से दूर रहते हैं। लोगों से जान-पहचान बढ़ाने में इनकी रूचि होती है इसलिए इनकी मित्रता का दायरा बड़ा होता है।
जिस व्यक्ति के दिल का नंबर दो होता है वह खाने-पीने के शौकीन होते हैं। मनोरंजन और हंसी-मजाक इन्हें खूब पसंद होता है। किसी दुःखद घटना को देखकर इनका दिल भर आता है। इनके व्यक्ति की एक बड़ी कमी होती है आत्मविश्वास और तत्परता, यही वजह है कि कई बार इन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।
दिल का नंबर जानने का तरीका
आपके नाम में जितने भी ए, ई, आई, ओ, यू लेटर हैं उन्हें आपस में जोड़ लें। जैसे किसी का नाम मोहन है तो इसे अंग्रेजी में ऐसे लिखेंगे ‘mohan’ इसमें एक बार ‘ए’ आया है और एक बार ‘ओ’। ए के लिए अंक एक लिखेंगे और ओ के लिए अंक 15।
अब एक और पंद्रह को जोड़ लीजिए, कुल अंक प्राप्त हुआ 16। अंक ज्योतिष में 9 से अंधिक संख्या का अध्ययन नहीं किया जाता है इसलिए 1+6 को जोड़ लीजिए कुल अंक प्राप्त हुआ 7 यही मोहन का हार्ट अंक हुअ। इसी प्रकार आप भी हार्ट अंक ज्ञात कीजिए।