जिन्दगी में हर किसी को एक सच्चे जीवनसाथी की जरूरत होती है। अगर आप भी ऐसे किसी साथी की तलाश में हैं तो किसी को अपना साथी बनाने से पहले यह देख लें कि जिसे आप जीवनसाथी बनाने की सोच रहे हैं क्या वह सिर्फ रोमांस में यकीन रखता है या पूरे जीवन का साथी बन सकता है। अगर इस बात का ध्यान नहीं रखेंगे तो हो सकता है कि आपको प्यार में धोखा खाना पड़ सकता है।
अंकज्योतिष में बताया गया है कि जिस व्यक्ति के हार्ट का नंबर चार होता है। वह चन्द्रमा के प्रभाव में होते हैं। ऐसे व्यक्ति भावुक और संवेदनशील होते हैं। रिश्तों के प्रति इनमें वफादारी एवं ईमानदारी की भावना रहती है। ऐसे व्यक्ति माता-पिता एवं जीवनसाथी के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और उन्हें बखूबी निभाने की कोशिश करते हैं।
अंक ज्योतिष के जानकार प्रवीण पुरोहित बताते हैं कि हार्ट नंबर चार के व्यक्ति रोमांस की बजाय स्थायी प्रेम को महत्व देते हैं। ऐसे व्यक्ति बार-बार प्रेम में बदलाव करने अथवा दूसरे से रिश्ता बनाने की बजाय एक स्थायी प्रेम को बनाए रखने में विश्वास करते हैं। हार्ट नंबर चार के व्यक्ति चाहते हैं कि वह जिस प्रकार रिश्ते और जिम्मेदारियों को निभाने की कोशिश करते हैं उसी प्रकार उनका साथी भी जिम्मेदारियों को निभाने में साथ दे।
ऐसे व्यक्ति कलात्मक विषयों में रूचि रखते हैं। गायन, नृत्य एवं मनोविनोद में इन्हें आनंद मिलता है। यह छोटी-छोटी बातों से प्रसन्न हो जाते हैं तो कभी छोटी सी बातें इन्हें आहत कर देती है। यह जल्दी दु:खी होकर निराशा में डूबने लगते हैं। ऐसे लोगों के लिए हार्ट नंबर पांच वाले व्यक्ति से भरपूर सहयोग मिलता है। यह इनके आत्मविश्वास को बनाए रखने में भरपूर सहयोग करते हैं।
ऐसे जाने हार्ट का नंबर
व्यक्ति के नाम में जितने भी ए, ई, आई, ओ, यू लेटर हैं उन्हें आपस में जोड़ लें। जैसे किसी का नाम मोहन है तो इसे अंग्रेजी में ऐसे लिखेंगे ‘mohan’ इसमें एक बार ‘ए’ आया है और एक बार ‘ओ’। ए के लिए अंक एक लिखेंगे और ओ के लिए अंक 15।
अब एक और पंद्रह को जोड़ लीजिए, कुल अंक प्राप्त हुआ 16। अंक ज्योतिष में 9 से अंधिक संख्या का अध्ययन नहीं किया जाता है इसलिए 1+6 को जोड़ लीजिए कुल अंक प्राप्त हुआ 7 यही मोहन का हार्ट अंक हुअ। इसी प्रकार आप भी हार्ट अंक ज्ञात कीजिए।