गांव बनेगा स्वास्थ्य सेवाओं का केन्द्र ,मातृ एवं बाल स्वास्थ्य कार्यशाला में मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि स्वास्थ्य और शिक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का केन्द्र गाँव को बनाया जायेगा। स्वास्थ्य के विभिन्न संकेतकों में राष्ट्रीय औसत से बेहतर कार्य करके दिखायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहां मातृ एवं बाल स्वास्थ्य विषय पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री महेन्द्र हार्डिया, मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की अतिरिक्त सचिव सुश्री अनुराधा गुप्ता और डी.एफ.आई.डी. के प्रमुख श्री सेम शा भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबों का जीवन स्तर सुधरे यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गरीबों के जीवन स्तर में सुधार से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार होगा। स्वास्थ्य परिदृश्य को बेहतर बनाने के लिये हमें संपूर्णता में विचार कर आर्थिक स्तर, लोगों के दृष्टिकोण, शुद्ध पेयजल और जनसंख्या स्थिरीकरण पर ध्यान देना होगा। इस कार्य में समाज और अशासकीय संगठनों को जोड़ना होगा। प्रदेश में सड़क, बिजली, सिंचाई, कृषि और अधोसंरचना के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुआ है। अब स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके लिये कई योजनाएँ बनायी गई हैं। गाँवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये मुख्यमंत्री पेयजल योजना शुरू की गई है। बेटी बचाओ अभियान के माध्यम से लोगों के दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन आया है।
मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम ने कहा कि प्रदेश में संपूर्ण स्वास्थ्य सबके लिये कार्यक्रम शुरू किया गया है। अब स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की संचालक सुश्री गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2005 से यह मिशन शुरू किया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं में देख-रेख की गुणवत्ता महत्वपूर्ण होती है। इससे स्वास्थ्य के विभिन्न सूचकांकों पर असर होता है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री प्रवीर कृष्ण ने कार्यशाला की रूपरेखा बताते हुए कहा कि मातृ एवं शिशु दर में सुधार के लिये एक वर्ष की कार्य योजना बनायी गई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एकीकृत वित्तीय स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली की वेबसाइट का लोकार्पण किया और आर.एम.एन.सी.एच. मार्गदर्शिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के उपायुक्त डॉ. अजय खेड़ा, स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल सहित विभिन्न जिलों के कलेक्टर तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। अंत में ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की प्रदेश संचालक सुश्री एम.गीता ने आभार प्रदर्शन किया।