हरिद्वार। हरिद्वार से गंगा जल लेकर लौट रहे कावड़ियों की गूंज ज्वालापुर में भी गूंज रही है। दिन रात एक ही नारा भोले तेरी जय जय कार हो रही है। पुलजटवाड़ा पर लगे शिवरों में कावड़ियें रात दिन प्रसाद जीम रहे हैं।
हरिद्वार की ओर से गंगा जल लेकर लौट रहे कावड़िये ज्वालापुर से होकर गुजर रहे है। इन कावड़ियों के लिये पुलजटवाड़ा पर खाने के भड़ारे लगाये हुए है। शिविर के आयोजक अरविंद मंगल ने बताया कि रात दिन शिविर चल रहा है जिसमें बराबर बाहर से आने वाले कावडिये भोजन कर रहे है। इसके अलावा शिविर में दवाई भी दी जा रही है। इन कावड़ियों के लिये वहां पर ठहरने के लिये भी स्थान बनाया हुआ है। इसी तरह से नहर पार कांवड़ पटरी पर भी सीतापुर वालों की तरफ से शिविर लगाया गया है। कोतवाल कुलदीप असवाल ने बताया उक्त क्षेत्र अतिसंवदेनशील होने के बावजूद नाते दोनों संप्रदाय के लोग कांवड़ में पुलिस प्रशासन का सहयोग कर रहे है। उसके बाद भी सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की हुई है।
भगवा रंग में रंग गई नगरी-
रुड़की- शिक्षा नगरी में भगवा रंग नजर आने लगा है। जिधर देखो, उधर ही शिव भक्तों की टोलियां दिखाई दे रही हैं। रविवार को पंचक समाप्त होने के बाद सोमवार से शिव भक्तों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। शहर से लेकर कांवड़ पटरी, रेलवे स्टेशन से लेकर हाईवे, बाजार से लेकर कॉलोनियों तक में अब शिव भक्त ही नजर आने लगे हैं। भगवा रंग अब पूरे शहर में दिखाई देने लगा है। हाईवे पर भी शिवभक्तों की भीड़ बढ़ने के साथ ही वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगना शुरू हो गया है। हाईवे पर भी बेहद धीमी गति से वाहन चल रहे हैं। कांवड़ियों ने नगर निगम के सामुदायिक भवन, कार्यालय परिसर, जीवन मुक्त प्रेम मंदिर चौराहा, सिविल लाइंस स्थित शिव मंदिर, प्रशासनिक भवन, सिंचाई विभाग की कालोनी, हिमालय गेस्ट हाउस, गंगनहर किनारा स्थित पार्क, ऊर्जा निगम के मंडल कार्यालय समेत विभिन्न स्थानों पर अपना डेरा जमा लिया है। रविवार को शाम को पंचक समाप्त होने के बाद सोमवार से कांवड़ियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है।