पटना। बिहार में गुरु पूर्णिमा श्रद्धा व उत्साह से मनाई जा रही है। आषाढ़ पूर्णिमा यानि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों और गुरुधाम पहुंच कर अपने गुरु की पूजा अर्चना कर रहे हैं। वहीं, मंगलवार से सावन का पावन महीना शुरू हो जाएगा। सावन को लेकर शहर के शिवालयों में तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए मंदिरों की विशेष साज-सज्जा की जा रही है।
शिवालयों की भव्य सजावट
सावन के लिए शिव मंदिरों को बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों से सजाया जा रहा है। राजधानी के बोरिंग रोड चौराहा, सियाबिहारी कुंज ठाकुरबाड़ी, नागाबाबा ठाकुरबाड़ी, जलेश्वर महादेव मंदिर, बेली रोड स्थित विशाल शिव मंदिर, श्रीकृष्णापुरी शिवाला, राजीवनगर शिव मंदिर, कंकड़बाग पंचशिव मंदिर, बोरिंग कैनाल रोड स्थित पंचमुखी महावीर मंदिर में श्रद्धालुओं के जलाभिषेक के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
29 को पहली सोमवारी: सावन की पहली सोमवारी 29 जुलाई को होगी। सोमवार को मंदिरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस बार सावन में चार ही सोमवारी पड़ेगी।
गुरु के प्रति कृतज्ञता अर्पित करने का दिन
गुरु के प्रति नतमस्तक होकर कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है गुरुपूर्णिमा। गुरु के लिए पूर्णिमा से बढ़कर और कोई तिथि नहीं हो सकती। जो स्वयं में पूर्ण है, वही तो पूर्णत्व की प्राप्ति दूसरों को करा सकता है। पूर्णिमा के चंद्रमा की भांति जिसके जीवन में केवल प्रकाश है, वही तो अपने शिष्यों के अंत:करण में ज्ञान रूपी चंद्र की किरणों बिखेर सकता है। इस दिन हमें अपने गुरुजनों के चरणों में अपनी समस्त श्रद्धा अर्पित कर अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करनी चाहिए।