नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने आज कहा कि सरकार सोने का आयात घटाने के लिए कुछ और कदम उठा सकती है, जिसमें बैंकों द्वारा सोने की बिक्री पर पाबंदी भी शामिल है।
आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अरविंद मायाराम ने कहा, सोने का आयात घटाने के लिए और कदम उठाने होंगे। सोने की आयात-निर्यात नीति की समीक्षा करनी होगी। बैंकों द्वारा सोने के सिक्कों की बिक्री पर रोक पर भी विचार हो सकता है। वह आरबीआई के गवर्नर डी सुब्बाराव की अध्यक्षता वाली वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
मायाराम ने कहा कि समिति ने अन्य चीजों के अलावा चिट फंड के नियमन पर भी चर्चा की।
अप्रैल 2013 में सोने और चांदी का आयात 138 प्रतिशत बढ़कर 7.5 अरब डॉलर का हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 3.1 अरब डॉलर था। सोने के आयात अधिक होने के कारण देश का व्यापार घाटा अप्रैल में सालाना स्तर पर बढ़कर 17.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
व्यापार घाटा बढ़ने से चालू खाते के घाटे पर दबाव बढ़ता है, जिसे आरबीआई ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ा जोखिम करार दिया है।
विदेशी मुद्रा के निवेश और निकासी के बीच का फर्क चालू खाते का घाटा कहलाता है, जो तेल की बढ़ती कीमत और सोने के आयात के कारण अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में रिकॉर्ड 6.7 प्रतिशत पर पहुंच गया था।
पिछले महीने आरबीआई ने बैंकों द्वारा सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाया था। इसके अलावा सोने के सिक्के और गोल्ड ईटीएफ की यूनिटों पर बैंकों और एनबीएफसी द्वारा दिए जाने वाले रिण पर भी पाबंदी लगाई थी।