नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की गैस उत्पादक कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। गेल को मुनाफा दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 46 फीसदी घटकर 1,537.07 करोड़ रुपये रह गया।
गेल इंडिया ने शेयर बाजार को शुक्रवार को दी जानकारी में बताया कि 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 46 फीसदी घटकर 1,537.07 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी को एक साल पहले की समान तिमाही में 2,862.95 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इससे पहले अप्रैल-जून की पहली तिमाही में कंपनी को 2,915.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
कंपनी ने जारी बयान में कहा कि दूसरी तिमाही में गेल का प्राकृतिक गैस विपणन कारोबार से राजस्व करीब दोगुना हो गया, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण गैस की कीमतें बढ़ने से मुनाफा कमाने की क्षमता घट गई। इसी तरह पेट्रोरसायन कारोबार में कंपनी को 346.22 करोड़ रुपये का कर-पूर्व घाटा हुआ है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में उसे 363.29 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ हुआ था।
गेल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में पाइपलाइन एवं पेट्रोरसायन कारोबार पर करीब 3,970 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है, जो सालाना लक्ष्य का 53 फीसदी है। गेल ने कहा कि रूस की गैजप्रॉम की एक पूर्व इकाई से होने वाली एलएनजी आपूर्ति में बाधा पड़ने से उसके कारोबार पर असर पड़ा है। दरअसल गैजप्रॉम जर्मेनिया की अनुषंगी गैजप्रॉम मार्केटिंग एंड ट्रेडिंग सिंगापुर (जीएमटीएस) ने मई-जून में गेल को एलएनजी की आपूर्ति रोक दी थी।