दिल्ली- शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने एक बार फिर कुरान का मसला उठाया है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से जुर्माना लगाये जाने के बाद उन्होंने फिर एक नया कदम उठाया है। वसीम रिजवी ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर कुरान की आयतों का मसला उठाया है। वसीम रिजवी ने कुरान की 26 आयतें हटवा कर नया कुरान लिखवाया है। इस नये कुरान को इसे लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में वसीम रिजवी ने इस नये कुरान को पढ़ाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने अपने लिखे गये नये कुरान को मदरसों में पढ़ाने की इजाजत मांगी है। वसीम रिजवी ने कहा है कि कुरान मजीद से 26 आयतों को हटाकर उन्होंने नया कुरान मजीद लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को सम्बोधित अपने पत्र में लिखा है कि मुसलमानों के आखिरी रसूल मोहम्मद के बाद कुरान-एðद को आखिरी बार इस्लाम के तीसरे खलीफा उस्मान ने तैयार कराया था। खलीफा उस्मान के कुरान को अब तक अल्लाह की किताब मानकर पढ़ा जाता है।
रिजवी ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित पत्र में लिखा है कि कुरान ए मजीद में 26 आयतें ऐसी हैं जो चरमपंथ को बढ़ावा देती हैं। यह अल्लाह का कथन नहीं हो सकता है। कुरान की इन आयतों के कारण मुस्लिम समाज में आतंकी विचारधारा पैदा हो रही है जो ठीक नहीं है। उन्होंने लिखा है कि मेरी ओर से गहन अध्ययन के बाद पहले लिखवाए गए कुरान के सूरोह को सही क्रम में लगाया गया है और इन आयतों को हटवा दिया गया है।
वसीम रिजवी ने पहले से मदरसों में पढ़ाए जा रहे कुरान ए मजीद को गलत बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। ज्ञात हो कि कुरान से 26 आयतों को हटाने की मांग को लेकर वसीम रिजवी सुप्रीम कोर्ट भी गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने रिजवी की याचिका खारिज करते हुए उन पर जुर्माना भी लगाया था। 26 आयतों को ले कर मामला सियासत और धर्म का बन चुका है। अब रिजवी ने पीएम को पत्र लिखकर मदरसों में पुराना कुरान पढ़ाए जाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है